पटरी पर लौटने लगा पर्यटन:गाइडलाइन में बदलाव व छूट के बाद देशी पर्यटकों का आना शुरू, कोरोना काल में 90 फीसदी तक विदेशी पर्यटकों में आई गिरावट
कोटा कोरोना ने आर्थिक रफ्तार,व्यापार पर उधोग धंधोंकी कमर तोड़कर रख दी है। समय निकल के साथ साथ धीरे धीरे हालात पटरी पर लौटने लगे है। गाइड लाइन में बदलाव व छूट मिलने के बाद मंदी के दौर से गुजर रही पर्यटन इंडस्ट्री रफ्तार पकड़ने लगी है। देशी पर्यटको का आने का दौर शुरू होने लगा है।
पर्यटन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में लगभग 1 लाख 14 हजार 419 स्वदेशी पर्यटक कोटा में आए थे। वहीं 2 हजार 451 विदेशीपर्यटकों ने कोटा व आसपास के क्षेत्रों में विजिट किया था। कोरोना काल में देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई। साल 2020-21 मई तक लगभग 80 हजार देशी पर्यटक कोटा में आए। जबकि विदेशी पर्यटकों की संख्या पूरे साल में घटकर 100 ही रह गई। यानी साल 2019-20 के मुक़ाबलेसाल 2020-21 में 90 फीसदी गिरावट दर्ज हुई।
हाडोती में पर्यटकों को देखने के लिए कई सारी चीजें हैं। बूंदी का गढ़ पैलेस,चित्र शैली, कोटा का गढ़ पैलेस, चंबल सफारी, सेवन वंडर पार्क,किशोर सागर तालाब झालावाड़ का गागरोन किला ‘हाड़ौती सर्किट’ बनता है। यहां आने वाले देशी- विदेशी पर्यटको को आकृषित करता है।
उप निदेशक पर्यटन, क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय, विकास पंड्या ने बताया कि कोरोना के चलते पिछले 2 वर्षों में पर्यटन में काफी गिरावट दर्ज हुई है। हालांकि कोटा एजुकेशन सिटी होने के कारण स्वदेशी पर्यटको का आना जारी है। विदेशी उड़ानें शुरू होने व वीजा मिलने के बाद विदेशी पर्यटकों को का आंकड़ा बढ़ेगा।