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आंदोलन:तहसीलदार-पटवारी धरने पर, राजस्व से जुड़े काम अटके, आक्रोश जताया

पोकरण राजस्थान राजस्व सेवा परिषद द्वारा रविवार को एसडीएम कार्यालय के आगे धरना देकर विरोध दर्ज करवाया। वहीं राजस्व विभाग के तहसीलदार, पटवारी, भू-अभिलेख निरीक्षकों ने एसडीएम कार्यालय के अपनी समस्याओं को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं प्रशासन गांवों के संग अभियान का बहिष्कार किया गया। विगत तीन वर्षों से सरकार की उदासीनता एवं संवादहीनता के कारण लंबित मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसके राजस्व सेवा परिषद में दिनों दिन रोष बढ़ता जा रहा है। राजस्व विभाग के तहसीलदार बंटी राजपूत ने रविवार को बताया कि राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के साथ-साथ समय-समय पर हुए समझौतों के अनुसार पटवारी, भू-अभिलेख निरीक्षक, नायब तहसीलदार एवं तहसीलदार के वेतनमान में सुधार किया जाए, 3 जुलाई 2021 के समझौतें के अनुसार पटवारी को 5 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर वरिष्ठ पटवारी वेतन श्रंखला एवं 9 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर भू-अभिलेख निरीक्षक के पद का वेतन देवय के आदेश जारी किए जाए।

उन्होंने बताया कि नायब तहसीलदार के पद पर राजपत्रित अधिसूचित करते हुए इस पद को 100 प्रतिशत पदोन्नति से व तहसीलदार पद को 50 प्रतिशत पदोन्नति एवं 50 प्रतिशत सीधी भर्ती से भरा जाए। परिषद के सभी घटकों की नियमित पदोन्नति सुनिश्चित की जाए, वर्तमान में तहसीलदार के 68 प्रतिशत, नायब तहसीलदार के 54 प्रतिशत एवं भू-अभिलेख निरीक्षक के 20 प्रतिशत पद रिक्त है जिनको तुरंत नियमित डीपीसी से भरे जाए, कोटा संभाग एवं सवाई माधोपुर के राजस्व कर्मियों के आंदोलन अवा के समय के असाधारण अवकाश को उपार्जित अवकाश में परिवर्तित करवाने की मांग की। तहसीलदार बंटी राजपूत, राजस्थान कानूनगो संघ के माधवदान रतनू, ऑफिस कानून गो पुखराज देवपाल, आरआई लालदान, भूराराम सुथार, पटवार संघ अध्यक्ष अजीत मीणा, उपाध्यक्ष जेठूसिंह, हजारीराम, पदमाराम सुथार, पटवारी ललित पालीवाल, सुरेन्द्रसिंह, ज्योति सोलंकी, राजबाला टोकस, सचिन शर्मा, सलीमखां, जसवंतसिंह, कंवराजसिंह, ज्योति सोलंकी आदि मौजूद रहे।

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