निर्देश:मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिए प्रभावी ढंग से हो गतिविधियां
बारां मौसमी बीमारियों के दौरान लोग डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टायफस की चपेट में आ रहे हैं। मरीजों को अस्पतालों में समुचित उपचार दिया जाए। फील्ड में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए एंटी लार्वा गतिविधियां प्रभावी ढंग से की जाएं। आमजन को मच्छरों के नियंत्रण सहित बचाव के उपाय बताए जाएं।
यह बात मिशन निदेशक एवं विशिष्ट शासन सचिव चिकित्सा विभाग के आदेश पर शुक्रवार को संयुक्त निदेशक योजना डॉ. दिलीप गोयल, मेडिकल कॉलेज कोटा, प्राेफेसर डॉ. निर्मल शर्मा, प्रोफेसर डॉ. प्रीति गुप्ता ने निरीक्षण के दौरान कही। सीएमएचओ डॉ. संपतराज नागर ने बताया कि निरीक्षण करने आए अधिकारियों ने अंता में सीएचसी का अवलोकन करते हुए उपचार को लेकर डॉक्टरों से चर्चा की। साथ ही मरीजों को दिए जा रहे उपचार की जानकारी ली।
जिला अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों व स्टाफ के साथ मीटिंग की। इस दौरान पीएमओ डॉ. राजेंद्र मीना भी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने कहा कि मौसमी बीमारियों का प्रकोप एकदम से बढ़ा है। अस्पताल पहुंच रहे मरीजों की जांच निर्धारित समय में पूरी हो। साथ ही निर्धारित प्रोटोकॉल में तत्काल उपचार शुरू किया जाए। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों का ब्यौरा लेकर उनको दिए जा रहे उपचार के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने कहा कि मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण का प्रबंधन प्रभावी ढंग से किया जाए।