जिला अस्पताल में अब वरिष्ठ-कनिष्ठ की लड़ाई:डेंटल सर्जन को PMO लगाने के विरोध में डॉक्टरों ने CM को ज्ञापन भेजा, बोले- नियम अनुसार MBBS ही बने PMO
दौसा जिला अस्पताल में पीएमओ (प्रमुख चिकित्सा अधिकारी) पद को लेकर पिछले लंबे समय से चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाईकोर्ट के आदेश की पालना हाल ही पीएमओ बनाए गए डॉ. दीपक शर्मा के खिलाफ जिला अस्पताल के डॉक्टर लामबंद हो गए हैं। जिन्होंने बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन देने वाले डॉक्टरों का तर्क है कि पीएमओ के पद पर सिर्फ एमबीबीएस डॉक्टर को ही लगाया जा सकता है जबकि डॉ. दीपक शर्मा बीडीएस (डेंटल सर्जन) हैं। ऐसे में विभाग ने नियम विरुद्ध आदेश जारी करते हुए वरिष्ठ सर्जन को हटाकर बीडीएस डॉक्टर को पीएमओ लगाया है जो अस्पताल में कार्यरत 10 अन्य डॉक्टरों से भी जूनियर हैं।
ज्ञापन में बताया है कि चिकित्सा विभाग ने 4 अगस्त को आदेश जारी करते हुए वरिष्ठ सर्जन डॉ. शिवराम मीणा को जिला अस्पताल का पीएमओ लगाया था। इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश की पालना में 18 अक्टूबर को डॉ. दीपक शर्मा को पीएमओ लगा दिया गया। आरोप है कि डॉ. शर्मा ने पीएमओ की कुर्सी हासिल करने के लिए राजस्थान सिविल सेवा अपील अधिकरण में गलत व भ्रामक तथ्य पेश किए थे।
इससे पूर्व भी जिला अस्पताल में कार्यरत पीएमओ डॉ सीएल मीणा को हटाकर डॉ. दीपक शर्मा को दिसंबर 2020 में पीएमओ लगा दिया गया था जिस पर डॉक्टर मीणा ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था। उस दौरान से ही जिला अस्पताल के पीएमओ की कुर्सी को लेकर डॉक्टरों के बीच जंग छिड़ी हुई है। डॉक्टरों द्वारा की जा रही गुटबाजी को लेकर अस्पताल का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है, ऐसे में पीएमओ पद का विवाद लंबा चलने के आसार दिख रहे हैं।