नवंबर में हो सकता है मंत्रिमंडल फेरबदल:17 दिसंबर को सरकार के तीन साल पूरे होंगे, इससे पहले होगा बड़ा बदलाव, राजनीतिक नियुक्तियों के आसार
लंबे समय से अटके हुए मंत्रिमंडल फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों पर अब इस महीने कभी भी फैसला हो सकता है। कांग्रेस हाईकमान के स्तर से हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। दिल्ली में इस मुद्दे को लेकर हाईकमान के स्तर पर चर्चा हो चुकी है। प्रदेश प्रभारी अजय माकन की आज सोमवार सीएम से लंबित राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर चर्चा होने की संभावना है। कांग्रेस मेंबरशिप अभियान और मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति पर बैठक लेने आज प्रदेश प्रभारी अजय माकन जयपुर आ रहे हैं।
अजय माकन के जयपुर दौरे और सीएम से चर्चा को देखते हुए सियासी हलकों में फिर मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं को बल मिला है। खुद अजय माकन भी जल्द मंत्रिमंडल विस्तार की बात कह चुके हैं। कांग्रेस में मंत्री बनने की कतार में बैठे नेताओं को अब तारीख तय होने का इंतजार है। आज की बैठक से इसे लेकर कोई पुख्ता संकेत मिलने की संभावना है।
राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों के अटकने के पीछे सबसे बड़ा करण सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों के बीच की खींचतान को माना जा रहा है। इसी खींचतान के कारण मंत्रिमंडल फेरबदल नहीं हो पा रहा था। पायलट खेमे की मांगों पर विचार करने के लिए बनी कमेटी की कई दौर की चर्चा हो चुकी है।
एक शेयरिंग फार्मूला भी चर्चा में है। सचिन पायलट समर्थकों को मंत्रिमंडल और राजनीतिक नियुक्तियों में हिस्सेदारी का फार्मूला भी तैयार है। बताया जाता है कि इस शेयरिंग फार्मूला पर अब सीएम अशोक गहलोत भी लगभग सहमत हैं।
सचिन पायलट कैंप की चुप्पी से भी संकेत
सचिन पायलट कैंप के विधायक पिछले काफी वक्त से सियासी बयान नहीं दे रहे हैं। पहले मुखर रहने वाले विधायक और नेताओं ने रणनीतिक चुप्पी साध रखी है। आक्रामक बयान देने वाले पायलट समर्थक विधायकों के बदले रुख के पीछे मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों पर कोई ठोस आश्वासन ही कारण माना जा रहा है।
गहलोत मंत्रिमंडल में अभी 9 जगह खाली, एक व्यक्ति एक पद फार्मूला चला तो 12 जगह खाली हो जाएगी
राजस्थान में कुल विधायकों की संख्या के 15 फीसदी की सीलिंग के हिसाब से 30 मंत्री बन सकते हैं। मुख्यमंत्री और 20 मंत्रियों को मिलाकर यह आंकड़ा 21 होता है। अभी 9 मंत्री और बन सकते हैं। एक व्यक्ति एक पद फार्मूले के हिसाब से अगर संगठन में जिम्मेदारियों वाले नेताओं को मंत्रिमंडल से मुक्त किया गया तो 3 जगह और खाली हो जांएगी।
स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा गुजरात और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी पंजाब के प्रभारी बन चुके हैं, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के पास कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी है। एक व्यक्ति एक पद फार्मूला चला तीनों से मंत्री पद लिया जाएगा।
13 निर्दलियों और बसपा से कांग्रेस में आने वाले 6 विधायक भी बड़े दावेदार
मंत्री बनने के लिए दावेदारों की लंबी कतार हैं। सरकार का साथ देने वाले 13 निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आने वाले 6 विधायक भी मंत्री बनने से लेकर किसी भी तरह सरकार पद लेने के लिए दावेदारी कर रहे हैं। बसपा से कांग्रेस में आए छह विधायक कई बार नाराजगी भी जता चुके हैं। निर्दलियों में से भी कई मंत्री बनने के दावेदार हैं। पायलट कैंप के विधायकों को जगह देने के साथ सरकार का साथ देने वाले विधायकों को भी संतुष्ट करना चुनौती होगा।