राष्ट्रीय राजमार्ग की दुर्दशा पर हरीश रावत ने गोरापड़ाव में रखा मौन व्रत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लालकुआं से काठगोदाम तक राष्ट्रीय राजमार्ग की हो रही दुर्दशा के खिलाफ कांग्रेसियों के साथ गोरापड़ाव में मौन उपवास रखकर धरना प्रदर्शन किया। जिसके बाद उन्होंने हल्दूचौड़ में पैदल मार्च कर शहीद स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जबकि बिन्दुखत्ता में आपदा पीड़ितों का दर्द जाना।
मंगलवार की पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेसी नेताओं व समर्थकों के साथ गोरापड़ाव पहुंचे। जहां पर उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग रुद्रपुर टू काठगोदाम की दुर्दशा पर मौन उपवास रखा। जिसके बाद वह हल्दूचौड़ पहुंचे। और कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ ग्रामीण सड़कोंं की दुर्दशा व कांंग्रेस के शासनकाल में स्वीकृत अस्पताल का निर्माण पूरा नही होने के विरोध में हल्दूचौड़ चौराहे से डूंगरपुर शहीद स्मारक तक पैदल मार्च किया। शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद वह बिन्दुखत्ता के इंद्रानगर द्वितीय में आपदा पीड़ितों से मिलने रवाना हो गए
इस दौरान उन्होंने कहा कि पत्रकारों से कहा कि सरकार ने रुद्रपुर से काठगोदाम एनएच की जो दुर्दशा की है जो सरकार की अपराधिक स्तर की उपेक्षा है। रोजाना लाखों पर्यटक जब नैनीताल में प्रवेश करते होंगे तो उन्हें कैसा महसूस होता होगा? यह सरकार की अकर्मण्यता है या नालाईकी है कि सारे देश में राज्य की सड़कों को लेकर खराब संदेश जा रहा है।
कहा कि न सिर्फ नेशनल हाईवे बल्कि राज्य के स्टेट हाईवे भी जर्जर हालत में है लेकिन यह सरकार कोई काम नहीं कर रही है इनको विकास से कोई लेना देना नहीं है। इस मौके पर उनके साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल समेत कई कॉंग्रेसी नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे