जल जीवन मिशन:केवल 5.9% प्रोग्रेस, लापरवाही बरतने वाले 7 एसई को नोटिस
जयपुर जल जीवन मिशन में हर घर नल कनेक्शन का काम तेजी से करवाने के लिए सरकार ने मिशन डायरेक्टर की जिम्मेदारी आईएएस को दी, लेकिन प्रोग्रेस की रफ्तार 5.9 फीसदी से ज्यादा नहीं हो पाई। प्रदेश में अब तक केवल 21.35 लाख घरों तक ही नल कनेक्शन लग पाए है। इस साल 30 लाख कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन केवल 1.78 लाख घरों में ही नल पहुंच पाया।
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने काम में लापरवाही बरतने वाले 7 अधीक्षण अभियंताओं को नोटिस देने को कहा है। कारण बताओ नोटिस के बावजूद काम गति नहीं पकड़ पाया तो चार्जशीट दी जाएगी। एसीएस ने टोंक, जैसलमेर, डूंगरपुर, उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर और सवाई माधोपुर जिलों के अधीक्षण अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए है। इन जिलों में स्वीकृत कार्यों के विरूद्ध टेंडर जारी करने की प्रोग्रेस दूसरे जिलों से कम है। जल जीवन मिशन के मिशन डायरेक्टर आईएएस डॉ.पृथ्वी और चीफ इंजीनियर दिनेश गोयल है।
कड़ी मेहनत करे अफसर : एसीएस
विभाग के एसीएस सुधांश पंत ने कहा है कि जल जीवन मिशन के लिए पब्लिक हैल्थ इंजीनियर्स को और कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। अभी तक प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृतियां, तकनीकी स्वीकृतियां, निविदाएं और कार्यादेश जारी करने में जो प्रगति दर्ज हुई है, उसके अनुरूप फील्ड में हर घर नल कनेक्शन की गति बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट व रेग्युलर विंग में काम हो।
28 महीने में देने होंगे 79 लाख कनेक्शन
जेजेएम के कार्यों को पूरा करने के लिए मार्च 2024 तक की डेडलाइन है, जिसमें अब 2 वर्ष चार माह का समय बचा है। प्रदेश में एक करोड़ एक लाख 32 हजार 274 घर है। अब तक 21.35 लाख घरों में कनेक्शन हो पाए है। इस साल 30 लाख कनेक्शन देने का टारगेट रखा था, लेकिन केवल 1.78 घरों को ही जोड़ा जा सका है। ऐसे में अगले दो साल चार महीने में 79 लाख कनेक्शन करने होंगे।