राज्य कर्मचारी महासंघ ने अब ज्ञापन दे असहयोग आंदोलन की चेतावनी दी
नागाैर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने आर-पार की लड़ाई का निर्णय लिया है। महासंघ की प्रदेश संघर्ष समिति द्वारा मुख्य सचिव को शासन सचिवालय में संघर्ष संयोजक महावीर प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में आंदोलन का नोटिस दिया। महासंघ प्रदेश उपाध्यक्ष रामनिवास चौधरी ने बताया कि विगत 20 वर्षो से राज्य सरकारों ने प्रदेश के कर्मचारियों के वित्तीय एवं प्रशासनिक हितों पर लगातार कुठाराघात किया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के कर्मचारियों के साथ छठे एवं सातवें वेतनमान को लागू करते समय बहुत बड़ा वित्तीय आघात किया गया, जिससे प्रदेश के कर्मचारियों में जबरदस्त आक्रोश है। वहीं महासंघ ने कर्मचारियों के हितार्थ आर-पार के संघर्ष का निर्णय लिया। महासंघ के प्रदेश महामंत्री तेजसिंह राठौड ने बताया कि सरकार को विगत तीन वर्ष से जरिए ज्ञापन, धरना, प्रदर्शन आदि के माध्यम से राज्य कर्मचारियों की मांगो के प्रति ध्यान आकर्षित करवाया।
महासंघ प्रदेशाध्यक्ष आयुदानसिंह कविया ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार कर्मचारियों की शालीनता को कमजोर मानने की गलती नहीं करें। सोमवार को संघर्ष समिति की ओर से मुख्य सचिव को असहयोग आंदोलन का नोटिस दिया गया। वहीं 11 नवम्बर को जिला शाखाओं द्वारा कलेक्टर के माध्यम से मुख्य सचिव को असहयोग आंदोलन का नोटिस दिया जाएगा। उसके बाद 1 से 03 दिसम्बर तक प्रशासन गांव के संग व प्रशासन शहरों के संग शिविरों का बहिष्कार एवं कलमबंद असहयोग तथा उपखण्ड कार्यालय के समक्ष धरना एवं प्रदर्शन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक होगा।