अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन:जयपुर अचीवर्स 120 साल के पोलो इतिहास में सीजन के सभी मैच जीतने वाली पहली टीम बनी
जयपुर 1901 में इंडियन पोलो एसोसिएशन बना था। 120 साल से आईपीए पोलो का कैलेंडर जारी करती है। इसमें दिल्ली, मुंबई, जयपुर, जोधपुर में टूर्नामेंट खेले जाते हैं। जयपुर बेस अचीवर्स 120 साल में ऐसी पहली टीम बनी है जिसने अक्टूबर-नवंबर में दिल्ली सीजन में खेले सभी 6 टूर्नामेंट जीते हैं। टीम मालिक विक्रम राठौड़ कहते हैं, यह टीम स्पोर्ट है। जितना बड़ा टूर्नामेंट होता है उसके अनुसार बेस्ट कॉम्बीनेशन बनाना पड़ता है। कई बार विदेशों से भी घोड़े मंगाने पड़ते हैं। इस बार 20 गोल का टूर्नामेंट दिल्ली में हुआ।
टीम से ये स्टार खिलाड़ी खेले
6 टूर्नामेंट में टीम के लिए अर्जेंटीना के जुआन क्रूज लोसाडा, डेनियल ओटामेंडी और भारत के शमशीर अली, बशीर अली, पद्मनाभ सिंह, कुलदीप और धनंजय सिंह जैसे स्टार खेले। 7 गोल करने वाले लोसाडा पहली बार भारत में पोलो खेलने आए।
जयपुर में है अचीवर्स टीम का बेस
जयपुर बेस अचीवर्स के पास अपनी पोलो सुविधाएं हैं। 32 घोड़े हैं। इस साल 6 विदेशी घोड़े भी मंगवाए गए। टीम का बेस मुंडोता फोर्ट एंड पैलेस है। खुद का पोलो ग्राउंड होने के साथ-साथ सबसे अच्छी नस्ल के घोड़ी भी हैं।
ये टूर्नामेंट जीते
- 8 गोल का भोपाल पटौदी कप
- 10 गोल का बड़ौदा कप
- 10 गोल का महाराजा हरिसिंह कप
- 20 गोल का इंडियन ओपन
- 14 गोल का सरप्रताप सिंह कप
- 10 गोल का कैवेलरी गोल्ड कप
उम्मीद है सीएसआर फंड आएगा
- मुझे उम्मीद है कि सीएसआर फंड के तहत भी पोलो में पैसा आएगा। खो-खो, कबड्डी, सतोलिया जैसे गेम हैरिटेज स्पोर्ट्स में शामिल हैं लेकिन पोलो नहीं है। कोशिश है कि यह हेरिटेज स्पोर्ट्स में शामिल हो सके। – पारुल राय, विक्रम राठौर, ऑनर जयपुर अचीवर्स