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रेजीडेंट्स हड़ताल को रोकने का नया कदम:हैल्थ डिपार्टमेंट ने राज्य के 7 मेडिकल कॉलेजों में 1054 जूनियर रेजीडेंट्स के अस्थाई पोस्ट स्वीकृत किए

जयपुर समेत पूरे प्रदेश में रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की हड़ताल को रोकने के लिए राज्य सरकार ने नया कदम अपनाया है। सरकार ने प्रदेश के 7 मेडिकल कॉलेजों में 1054 जूनियन रेजीडेंट्स के अस्थाीय पद स्वीकृत किए है। इन पदों पर मौजूदा सेशन से एमबीबीएस पास किए स्टूडेंट्स को लगाया जाएगा। ताकि उन डॉक्टर्स की सेवाएं हॉस्पिटल में ली जा सके।

हैल्थ डिपार्टमेंट के सैक्रेटी वैभव गालरिया की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक प्रदेश के 7 मेडिकल कॉलेजों में 1 दिसंबर से 28 फरवरी 2022 तक या नीट-पीजी काउंसलिंग पूर्ण होने तक या दोनों में से जो पहले हो तक के लिए अस्थाई 1 हजार 54 जूनियर रेजीडेंट्स के पद पर स्वीकृति किए है। इसमें जयपुर मेडिकल कॉलेज में 376, जोधपुर मेडिकल कॉलेज के लिए 133, अजमेर मेडिकल कॉलेज के लिए 116, कोटा के लिए 112, उदयपुर मेडिकल कॉलेज के लिए 108, बीकानेर मेडिकल कॉलेज के लिए 128 और झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के लिए 81 जूनियर रेजीडेंट्स की अस्थाई स्वीकृति दी है। इन पदों की समयावधि की समाप्ति पर स्वत: ही सेवाएं समाप्त मानी जाएगी और भविष्य में अन्य कोई लाभ देय नहीं होगा।

इसलिए बनाए नये पद

जयपुर समेत पूरे प्रदेश में रेजीडेंट्स ने हड़ताल कर रखी है। नीट पीजी की काउंसलिंग नहीं होने के कारण पीजी फर्स्ट ईयर में अब तक एडमिशन नहीं हुए। इस कारण मेडिकल कॉलेजों से लगते हॉस्पिटलों में रेजीडेंट्स के तौर पर सैकण्ड और थर्ड ईयर स्टूडेंट्स को ही काम करना पड़ रहा है। करीब 65 फीसदी रेजीडेंट्स के भरोसे ही वर्तमान में हॉस्पिटलों की व्यवस्थाएं संचालित है। इससे नाराज होकर रेजीडेंट्स डॉक्टर्स ने हड़ताल करते हुए ओपीडी का बहिष्कार कर दिया और केवल इमरजेंसी सेवाएं भी सुचारू रखने की बात कही है।

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