चुनावी दौर में यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व उपाध्यक्ष आमने-सामने, आठ पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा
हल्द्वानी : कांग्रेस के भीतर गुटबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा। बड़े नेताओं का मामला कुछ शांत हुआ तो अब यूथ विंग के प्रदेश पदाधिकारियों के बीच बगावत के सुर खुलकर फूट पड़े। मामला हल्द्वानी में महानगर अध्यक्ष पद पर हेमंत साहू की नियुक्ति का है।
प्रदेश अध्यक्ष द्वारा किए गए इस मनोनयन को प्रदेश उपाध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और यूथ कांग्रेस के विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष शुरू से गलत बताने में जुटे हैं। वहीं, नए महानगर अध्यक्ष ने नगर में जुलूस निकाल बुधवार को वरिष्ठ कांग्रेसियों की मौजूदगी में सभा भी कर ली। इसके बाद नाराज गुट के जिले से आठ पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे डाला
2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हेमंत साहू भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे। जिसके बाद उन्हें मुख्य इकाई में जिला महामंत्री पद का जिम्मा मिला। 27 नवंबर को युकां के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने साहू को हल्द्वानी का महानगर अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। इस मनोनयन से संगठन दो खेमों में बंट गया। प्रदेश उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह प्रिंस का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष स्वयंभू मनोनयन में जुटे हैं
हल्द्वानी से पहले अन्य जगहों पर भी मनमाने मनोनयन किए गए थे। जिससे नाराज होकर ऊधमसिंह नगर जिलाध्यक्ष से लेकर कई अन्य पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया था। अब हल्द्वानी से संगठन का माहौल खराब किया जा रहा है। युकां के प्रदेश प्रभारी प्रदीप सूर्या द्वारा मनोनयन पर लगाई रोक को भी नहीं माना गया। इसलिए जल्द शीर्ष नेतृत्व के समक्ष पूरे मामले को रखा जाएगा।
इन्होंने दिया इस्तीफा
युकां जिला उपाध्यक्ष समीर खान व हेमंत कुमार, जिला सचिव सचिन कुमार, चंद्रशेखर परगांई, तरनप्रीत सिंह, मोकिन सैफी, हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र महासचिव नदीम सैफी और मो. सुहैब ने प्रदेश अध्यक्ष पर तानाशाही रवैये अपनाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश प्रभारी के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी इस्तीफे की कापी भेजी है। प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने बताया कि मामले में एक कमेटी का गठन किया गया है। जो कि अध्यक्ष पद पर मनोनयन को लेकर असंतुष्ट पदाधिकारियों से वार्ता करेगी। हेमंत साहू अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे