मंगल आज करने जा रहा राशि परिवर्तन , जहाँ ये 15 जनवरी 2022 तक रहेंगे जानिए किस राशि को क्या फायदा क्या नुकशान
मंगल के स्वगृही होने से बनने जा रहा है रूचक नामक पंचमहापुरुष राजयोग। मंगल भूमि , भवन, वाहन, ऊर्जा, पावर , पराक्रम, बल पौरुष, सेनापति, सैन्य पुलिस बल, आग, बिजली, भाई , मित्र के कारक है, घमण्ड, इलेक्ट्रॉनिक, मकैनिकल, क्रोध, लिडरशिप के कारक।
मेष राशि और वृश्चिक राशि के स्वामी है मंगल। कर्क राशि में नीच एवं मकर राशि में उच्चता को प्राप्त करते हैं। राहु की दृष्टि मंगल पर पड़ने से मंगल के शुभताओ में कमी होगी। तथा मंगल अपने आक्रामकता में वृद्धि करेंगे। साथ ही राहु के प्रभाव से समस्त कारक तत्वों में अवरोध प्राप्त होगा।
मेष :- लग्नेश-अष्टमेश होकर अष्टम भाव में।
*वाणी के तीव्रता व मनोबल में वृद्धि
*पराक्रम एवं पारिवारिक कार्यो में वृद्धि
*व्यापार, आय एवं भाग्य में वृद्धि
*ऊर्जा शक्ति, कार्य क्षमता में तनाव के साथ वृद्धि,
*पेट व पैर की पुरानी समस्या में राहत
*परन्तु चोट या कष्ट की स्थिति भी बन सकती है
उपाय :- श्री हनुमानजी की आराधना करें। मूंगा रत्न धारण करें।
वृष :- सप्तमेश-व्ययेश होकर सप्तम भाव में।
*दाम्पत्य जीवन अच्छा, love life बेहतर
*विवाह आदि के प्रयास सार्थक होंगे
*परिश्रम, कार्य क्षमता एवं संकल्प शक्ति में वृद्धि
*धन में वृद्धि एवं व्यापार में विस्तार ,वाणी तीव्र
*पारिवारिक कार्यो पर खर्च, एवं क्रोध में वृद्धि
*नई साझेदारी हो सकती है, यात्रा पर खर्च बढेगा
उपाय :- श्री हनुमानजी की आराधना-पूजा लाभदायक।
मिथुन :- रोगेश-लाभेश होकर षष्ट भाव में।
*पुराना रोग एवं शत्रुओं पर विजय
*लाभ के एवं आय के साधनों में वृद्धि
*भाग्य में सामान्य अवरोध ,पिता को लेकर चिन्ता
*यात्रा के योग, नए खर्च के योग बन सकते
*मानसिक चिन्ता की स्थिति
*नौकरी , कार्य क्षेत्र में परिवर्तन की संभावना
*क्रोध में तीव्रता बढ़ेगी
उपाय :- क्रोध पर नियंत्रण रखें एवं
लाल मसूर की दाल श्री हनुमानजी को चढ़ाये
कर्क :- पंचमेश-राज्येश होक पराक्रम भाव में।
*राजयोग कारक , धन वृद्धि, सम्मान में वृद्धि
*नौकरी, व्यवसाय, कर्म क्षेत्र में वृद्धि
*अध्ययन-अध्यापन में रुचि, पढ़ाई उत्तम
*संतान पक्ष से लाभ, संतान को लाभ
*गैस्ट्रिक ,पेट की समस्या, रोग,कर्ज,शत्रु समाप्त
*भाग्य में वृद्धि , पिता का स्वास्थ्य सानिध्य प्राप्त
*ऑनलाइन ,सोशल मीडिया से जुड़े लोगों को लाभ
उपाय :- श्री हनुमान चालीसा पाठ करें। मूंगा रत्न धारण करें।
सिंह :- सुखेश-भाग्येश होकर सुख भाव में।
*आय एवं लाभ में वृद्धि,माता का साथ
*गृह-वाहन के साथ सुख के साधनों में वृद्धि
*पढ़ाई,अध्ययन-अध्यापन के लिए समय ठीक
*संतान से, संतान को लाभ,बुद्धि का प्रयोग लाभ
*वाणी पर नियंत्रण से दाम्पत्य /प्रेम संबंध ठीक
*सम्मान में सकारात्मक परिवर्तन
*भाग्य का साथ प्राप्त होगा
उपाय :- श्री हनुमानजी को लड्डू चढ़ाकर आशीर्वाद ले
मूंगा रत्न धारण करें।
कन्या :- पराक्रमेश- अष्टमेश होकर पराक्रम भाव में।
पराक्रम में वृद्धि , सामाजिकता में वृद्धि
भाई बहनों का सहयोग सानिध्य प्राप्त होगा
क्रोध एवं झल्लाहट में वृद्धि
रोग, कर्ज एवं शत्रुओ पर विजय
social life, online कार्यो में वृद्धि लाभ
कर्मगत बाधा की स्थिति बन सकती है
पेट की समस्या परेशान कर सकता है।
उपाय :- ॐ भौम भौमाय नमः का जप प्रतिक्रिया करें
तुला :- धनेश-सप्तमेश होकर धन भाव में।
धनागम, लाभ एवं आय के साधनों मे वृद्धि
वाणी व्यवसाय, से जुड़े लोगो को लाभ
परिवार में खर्च की स्थिति बनेगी
नई साझेदारी ,नए व्यापार आरम्भ की शुरूआत
रोग,ऋण ,शत्रु पराजित,प्रतियोगिता में विजय
दाम्पत्य जीवन/प्रेमसंबंध से वृद्धि, प्रगति
उपाय :- श्री हनुमानजी का दर्शन पूजन करें।
वृश्चिक :- लग्नेश-रोगेश होकर लग्न भाव में।
मनोबल ठीक, आय के साधनों एवं क्रोध में वृद्धि
परिश्रम ,कार्य क्षेत्र, व्यापारिक विस्तार का योग
रोग, कर्ज, शत्रुओं पर, प्रतियोगिता में विजय,
पढ़ाई बेहतर, डिग्री के लिए समय ठीक,
गृह एवं वाहन से संबंधित सुसमाचार,
व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन
उपाय :- मूंगा रत्न धारण करें। श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें
धनु :- पंचमेश-व्ययेश होकर व्यय भाव में।
बुद्धिमत्ता के आधार पर कार्य क्षेत्र में परिवर्तन
विद्याध्ययन,पढाई के लिए समय उत्तम परंतु खर्च
राज्य सम्मान, पराक्रम, भाई- बहनों का सहयोग
संतान पक्ष से शुभ समाचार, खर्च
क्रोध में अधिकता, दाम्पत्य व प्रेम संबंध से तनाव
पुराना विवाद हल हो सकता है
उपाय :- 5 लाल फल सफेद कपड़े में बांध कर दक्षिणा
के साथ श्रीहनुमानजी को अर्पित करें।
मकर :- सुखेश-लाभेश होकर लाभ भाव में।
लाभ एवं सुख मे वृद्धि के योग बनेंगे
व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि
भाई बहनो का सहयोग सानिध्य, धन वृद्धि
गृह एवं वाहन को लेकर प्रगति, सुख वृद्धि
पढ़ाई एवं संतान के क्षेत्र में वृद्धि संभव
पुराने रुके हुए कार्यों में वृद्धि, शत्रु पराजित
उपाय :- श्री हनुमानजी का दर्शन पूजन करें।
कुम्भ :- पराक्रमेश-राज्येश होकर राज्य भाव में।
स्वयं में ऊर्जा की वृद्धि महसूस करेंगे
कार्य क्षमता, कार्य क्षेत्र, सम्मान ,वर्चस्व में वृद्धि
सरकारी या प्राइवेट में कार्य स्थल पर सम्मान
झल्लाहट एवं क्रोध में वृद्धि
गृह वाहन माता के सहयोग सानिध्य में वृद्धि
संतान नौकरी व्यापार में वृद्धि के योग बनेंगे
उपाय :- सूर्य उपासना करें और हनुमान जी की आराधना करें
मीन :- धनेश-भाग्येश होकर भाग्य भाव में।
पराक्रम, कार्य क्षेत्र परिवर्तन या विस्तार
सम्मान, पद प्रतिष्ठा में परिवर्तन वृद्धि के साथ
क्रोध ,ईगो एवं गलतफहमी में वृद्धि
जमीन जायदाद स्थिर धन में वृद्धि
घरेलू खर्च एवं यात्रा ख़र्च के योग में वृद्धि
वाणी व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ
उपाय :- भगवान विष्णु या श्री राम की आराधना श्री हनुमान जी के साथ करे।
भारत पर प्रभाव :-
आम जन मानस के सुखों में वृद्धि होगी। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि
आर्थिक प्रगति एवं तकनीकी प्रगति होगी।
विदेशी मुद्रा में वृद्धि परंतु राष्ट्र के खर्च में वृद्धि
जनआंदोलन एवं आम जनमानस के क्रोध में वृद्धि की संभावना बन सकती है।