एनएचएम कर्मियों का कार्य बहिष्कार, परेशान रहे मरीज

रुड़की: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को दो सूत्री मांगों के समर्थन में कार्य बहिष्कार किया। कर्मचारियों ने सिविल अस्पताल रुड़की परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। एनएचएम कर्मियों के कार्य बहिष्कार से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई मरीजों को बिन इलाज लौटना पड़ा। सबसे ज्यादा दिक्कत विशेष आवश्यकता वाले बच्चों व टीबी के मरीजों को हुई।
सिविल अस्पताल रुड़की में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तैनात स्वास्थ्य कर्मी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के आह्वान पर मंगलवार को कार्य बहिष्कार पर रहे। कर्मचारी नियमितीकरण व वेतन वृद्धि संबंधी दो सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से टीबी यूनिट पूरी तरह से बंद रही। मरीजों की न तो टीबी की जांच हो सकी। न ही मरीजों को दवा ही मिल पाई। मरीजों को निराश ही लौटना पड़ा। इसी तरह से डीईआइसी में इलाज को आने वाले बच्चे भी परेशान रहे। उनको उपचार नहीं मिल पाया। यूनिट में सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि थैलीसीमिया से पीड़ित बच्चों को अस्पताल प्रबंधन ने स्वयं व्यवस्था कर उन्हें ब्लड चढ़ाया। जबकि अन्य बच्चों को बिन इलाज ही निराश लौटना पड़ा। पैथोलाजी, ब्लड बैंक आदि इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रहीं। हड़ताली कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन कर मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। इस मौके पर संगठन की ब्लाक अध्यक्ष रोशनी नौटियाल, रामकेश गुप्ता, संजय कुमार, प्रदीप जोशी, कुलवीर सिंह कैंतुरा, मुन्नी राणा, देवेश्वरी, प्रदीप सिंह नेगी, नीतू बिष्ट, रेनू सैनी, प्रीती डंगवाल, यशवंत सिंह, जगजीवन राम, विनोद सिंह, हिमांशु राणा, फरजाना, विजय यादव, नवनीत सैनी आदि मौजूद रहे