लखनऊ में किशोर उपाध्याय मिले अखिलेश यादव से , उत्तराखंड में मचा हल्ला
वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत व पार्टी अध्यक्ष गणेश गोदियाल से तनातनी के बीच सोमवार को किशोर उपाध्याय लखनऊ पहुंच गए। यहां उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। उनकी इस मुलाकात के साथ ही भाजपा के बजाए अब सपा में उनके जाने का शोर उठने लगा है।
सपा के प्रदेश प्रभारी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वनाधिकार आंदोलन के प्रणेता किशोर उपाध्याय ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। उन्होंने गंगा-यमुना एवं हिमालय को बचाने व वनवासियों को वनों पर उनके पुश्तैनी अधिकार दिलाने आदि मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने इस संबंध में ज्ञापन भी दिया। उपाध्याय ने अखिलेश यादव से संसद के वर्तमान सत्र में इन मुद्दों को उठाने का आग्रह करते हुए कहा कि इस सद्प्रयास के लिए उन्हें सभी साधुवाद देंगे। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी एवं उत्तराखंड समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष डॉ.सत्य नारायण सचान भी मौजूद थे।
किशोर उपाध्याय ने हिमालयी नदियों में कम हो रहे पानी और प्रदूषण पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि गंगा के न रहने पर गोमुख से गंगा सागर तक एक विशाल रेगिस्तान बनने की आशंका बलवती होती जा रही है। अखिलेश यादव को इस संबंध में ज्ञापन देकर मांग की गई है कि जल-जंगल और जमीन पर स्थानीय समुदायों का अधिकार हो और उन पर उनके पुश्तैनी अधिकार और हक-हकूक बहाल किए जाएं। हिमालय के लिए सतत समावेशी विकास की नीति बनाई जाए। हिमालयी क्षेत्र के विकास के लिए केन्द्र में अलग मंत्रालय का गठन किया जाए क्योंकि मध्य हिमालय के विकास का कोई मॉडल अभी तक विकसित नहीं हुआ है।
ज्ञापन में कहा कि मंडल कमीशन के 27 प्रतिशत आरक्षण के सभी मानकों पर मध्य हिमालय के निवासी खरे उतरते हैं और उन्हें केन्द्र सरकार की आरक्षण की परिधि में शामिल किया जाए। अखिलेश यादव ने आश्वस्त किया कि समाजवादी पार्टी हर मंच पर हिमालय, गंगा, यमुना तथा पर्यावरण बचाने के संघर्ष में सहयोगी होगी। अखिलेश से उनकी मुलाकात के साथ ही अब उनके सपा में शामिल होने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।