कोरोना के डर से व्यापार मेले में इस बार भी संकट, इस महीने में नहीं होगी तैयारिंयां
ग्वालियर. श्रीमंत माधवराव सिंधिया व्यापार मेला पर इस बार भी कोरोना संकट की छाया पड़ती दिखाई दे रही है। कोरोना का नया वेरियेंट आने और केस बढ़ने के बाद सरकार फिलहाल वेट एण्ड वॉच की स्थिति में है। जिम्मेदारों का मानना है कि इस महीने के अंत तक यदि स्थिति नियंत्रित रहती है, तो मेला लगाने पर विचार किया जायेगा।
गौरतलब है कि पिछली बार भी मेला फरवरी के बीच में ही शुरू हो पाया और कोरोना के केस बढ़ने पर 27 दिन में मेले को खत्म कर दिया था। इस वजह से मेले में दुकान लगाने वाले व्यापारियों को घाटा उठाना पड़ा था।
पिछले सप्ताह हुई कैबिनेट की बैठक में मेले को उद्योग विभाग से एमएसएमई के सुपुर्द कर दिया गया था और इसके बाद सोमवार को बोर्ड की बैठक होना तय किया गया था। लेकिन इस मामले में सरकार भी रिस्क लेने की स्थिति में नहीं है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विभाग को स्पष्ट किया है कि पहले कोरोना की स्थिति को देख लें और उसके बाद ऐसे आयोजनों के संबंध में कोई निर्णय लें। परंपरा के मुताबिक 25 दिसम्बर से मेले की शुरूआत होती है। लेकिन इसके लिये तैयारियां अक्टूबर माह से शुरू हो जाती है। दिसम्बर का आधा महीने निकलने के बाद भी अभी तक मेले को लेकर कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किये गये हे। ऐसे में जनवरी के दूसरे सप्ताह तक मेला लगने के आसार नहीं है।
सिर्फ झूला सेक्टर में दिखी जल्दी
मेला लगने की उम्मीद में सिर्फ झूला सेक्टर में तेजी से काम शुरू हो गया है। हालांकि खान पान सेक्टर में भी आमद शुरू हो गई है। लेकिन बड़े सेक्टर ऑटोमाेबाइल, इलेक्ट्रॉनिक और लगेज आदि के दुकानदारों ने अभी तक इस मामले में कोई पहल नहीं की है। वे फिलहाल मेले को लेकर सरकार के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं।
15 दिन बाद निर्णय लेंगे
मेले की शुरुआत करने से पहले हम कोरोना की स्थिति को देखना चाहते हैं, इस कारण अभी बोर्ड बैठक नहीं हुई है। 10-15 दिन स्थिति देखने के बाद मेले के संबंध में निर्णय लेंगे।