दिल्ली में आज ओमिक्रॉन के 4 नए मामले मिले हैं, जबकि पहला ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज ठीक होकर घर चला गया है। इसके साथ ही यहां ओमिक्रॉन के 5 मामले हाे गए हैं। देश में ओमिक्रॉन मामलों की कुल संख्या 44 हो गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि ओमिक्रॉन के सारे मामले विदेश से आए लोगों में पाए गए हैं, सभी मामले स्टेबल हैं। स्थिति नियंत्रण में है।

महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो नए केस मिले थे। इसके साथ ही राज्य में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। इस तरह ओमिक्रॉन वैरिएंट के देश के आधे केस महाराष्ट्र में ही हैं। वहीं, गुजरात के सूरत में 1 ओमिक्रॉन केस की पुष्टि हुई है। संक्रमित हाल ही में साउथ अफ्रीका से लौटा है। इसके साथ ही देश भर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कुल केस अब 45 पर पहुंच गए हैं।

इससे पहले रविवार को 5 राज्यों में 5 नए केस मिले। केरल के कोच्चि में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज बताया कि संक्रमित व्यक्ति 6 ​​दिसंबर को UK से कोच्चि लौटा था। वह 8 दिसंबर को हुए कोविड टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। वहीं, उसकी पत्नी और मां की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।

महाराष्ट्र के नागपुर में रविवार को ओमिक्रॉन के पहले और कर्नाटक में तीसरे केस की पुष्टि हुई है। चंडीगढ़ और आंध्र प्रदेश में भी ओमिक्रॉन के नए संक्रमितों की पहचान हुई है।

भारतीय एक्स्पर्ट्स की राय- बूस्टर डोज लगाने में जल्दबाजी की जरूरत नहीं
भारत के मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि दुनियाभर में जो तस्वीर सामने आ रही है उसके मुताबिक, ओमिक्रॉन हल्का इंफेक्शन ही फैला रहा है। इसके बावजूद साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप ऐसे लोगों को वैक्सीन का तीसरा या बूस्टर डोज देने के बारे में चर्चा कर रहा है, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है या जो हाई रिस्क पर हैं।