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श्रीराम कैपिटल लिमिटेड, श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड और श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी लिमिटेड ने विलय की घोषणा की

मुंबई, 14 दिसंबर, 2021: श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस लिमिटेड (एसटीएफसी), जो भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक वाहन फाइनेंसर है और श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड (एससीयूएफ), जो अंडरसर्व्ड सेगमेंट में भारत की प्रीमियर विविधीकृत एनबीएफसी है और उनकी प्रवर्तक इकाई श्रीराम कैपिटल लिमिटेड (एससीएल) ने घोषणा की कि एसटीएफसी, एससीयूएफ और एससीएल के निदेशक मंडल ने 13  दिसंबर 2021 को आयोजित अपनी-अपनी बोर्ड की बैठकों में एससीएल और एससीयूएफ के एसटीएफसी के साथ विलय को मंजूरी दी।

विलय पर टिप्पणी करते हुए, श्रीराम कैपिटल के प्रबंध निदेशक, श्री डीवी रवि  ने कहा, “यह विलय बिना किसी वृद्धिशील पूंजीगत व्यय के सभी व्यावसायिक क्षेत्रों में हमारे वितरण को विस्तार प्रदान करेगा। सहक्रिया लाभों और डिजिटल पहलों के चलते भारी लाभ की उम्मीद है। यह विलय कई परतों को खत्म करते हुए हमारे होल्डिंग ढांचे को भी सरल बनाएगा।”

पीईएल के चेयरमैन, अजय पीरामल ने विलय का समर्थन करते हुए, कहा, “श्रीराम के दोनों उधार देने वाले व्यवसायों के एक साथ आने की मुझे बेहद प्रसन्नता है। जबकि वे सबसे बड़े खुदरा वित्त एनबीएफसी के रूप में उभरे हैं, यह उनके लिए पारस्परिक तालमेल के साथ अपार अवसर के द्वार भी खोलता है। यह समूह के लिए एक रोमांचक यात्रा होगी क्योंकि यह 2 करोड़ से अधिक के संयुक्त ग्राहक आधार के लिए उपयुक्त मूल्य प्रस्ताव तैयार करता है।”

श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस लिमिटेड के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, श्री उमेश रेवणकर ने कहा: “हम अपने ग्राहकों के साथ-साथ हमारे कर्मचारियों और व्यापार भागीदारों के लिए अद्वितीय अवसरों के बारे में रोमांचित हैं। श्रीराम फाइनेंस निस्संदेह ग्रामीण भारत में वित्तीय सेवाओं के लिए मार्केट लीडर बनेगा।

श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री वाईएस चक्रवर्ती ने अपना विश्वास व्यक्त किया कि समूह अपने व्यवसाय मॉडल पर दृढ़ रहेगा और कहा, “श्रीराम समूह ने हमेशा हमारे सभी उत्पादों और नवाचारों के केंद्र में ग्राहकों के ऋण की कमी को रखा है और हमारा मानना है कि यह विलय सरलीकरण और पेशकश की दिशा में एक और कदम है। हमारे ग्राहकों के लिए एक ही जगह उनकी सभी वित्तीय जरूरतों के लिए समाधान उपलब्ध हो सकेंगे। एनबीएफसी क्षेत्र में नंबर 1 होने के नाते यह एक जबरदस्त जिम्मेदारी लेकर आता है और हमें विश्वास है कि हम इसमें अच्छा प्रदर्शन करेंगे।”

विलय क्रमशः एससीएल, एससीयूएफ और एसटीएफसी के शेयरधारकों के अनुमोदन, आरबीआई, सीसीआई, आईआरडीए, एनएचबी, एनसीएलटी के नियामक अनुमोदन और संभावित रूप से ऐसे अन्य आवश्यक नियामक अनुमोदनों के अधीन है।

विलय के बाद श्रीराम ट्रांसपोर्ट जारी करेगा,

  • एससीयूएफ के प्रत्येक 1 शेयर पर 55 शेयर
  • एससीएल के प्रत्येक 1 शेयर के लिए 09783305 शेयर oइससे एसटीएफसी में एससीएल द्वारा रखे गये प्रत्येक 1 शेयर के एससीएल के शेयरधारकों को एसटीफसी का 1 शेयर मिलेगा और

oएससीएल शेयरधारकों को एससीएल के पास एससीयूएफ के प्रत्येक 1 शेयर के लिए 1.55 एसटीएफसी शेयर मिलेंगे

विलय से समूह को अपने सभी उधार उत्पादों – वाणिज्यिक वाहन, दोपहिया ऋण, स्वर्ण ऋण, व्यक्तिगत ऋण, ऑटो ऋण और लघु उद्यम वित्त – को एक ही छत के नीचे लाने में मदद मिलेगी, जिससे एक वित्तीय पावरहाउस का निर्माण होगा जिससे यह उन सभी उत्पाद और उपभोक्ता खंडों में बाजार अग्रणी बन सकेगा।

एससीयूएफ और एसटीएफसी इस विलय को अपने उपभोक्ता पेशकशों को मजबूत करने और सभी ऋण उत्पादों सहित एक अधिक समग्रतापूर्ण उत्पाद टोकरी प्रदान करने हेतु एक विशाल अवसर के रूप में देखते हैं। इसका उद्देश्य बीमा, ब्रोकिंग और एएमसी व्यवसायों को मिलाकर एक व्यापक क्रॉस-सेल प्रोग्राम बनाना भी है, जिसमें उनके जमाकर्ता भी शामिल हों और जो अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी मंच द्वारा समर्थित हो। एससीयूएफ अपने साथ 35000 करोड़ के एयूएम और 950 से अधिक शाखाओं के वितरण नेटवर्क के साथ एक आकर्षक ग्रेनुलर उत्पाद सूट लेकर आया है। एसटीएफसी के साथ विलय के बाद, विलय की गई इकाई का संयुक्त एयूएम 1,50,000 करोड़ रुपये से अधिक होगा, इसके द्वारा सेवा प्रदत्त अब तक के ग्राहकों की संख्या 2 करोड़ से अधिक होगी और 3500 से अधिक का वितरण नेटवर्क होगा। इन सभी को 50,000 से अधिक कर्मचारियों की एक टीम द्वारा सेवा प्रदान की जायेगी।

विलय के बाद, एससीयूएफ और एसटीएफसी के सभी ग्राहक, एसटीएफसी और एससीयूएफ की 3500+ शाखाओं और बिक्री बिंदुओं के विशाल नेटवर्क के माध्यम से विलय की गई संस्थाओं के सभी उत्पादों को एक्सेस कर सकेंगे। एससीयूएफ और एसटीएफसी में समान प्रौद्योगिकी आर्किटेक्चर यह सुनिश्चित करेगी कि दोनों कंपनियों की शाखाएं बहुत ही कम समय में एक-दूसरे के व्यापार के लिए अंतःक्रियाशील होंगी। डेटा एनालिटिक्स और ग्राहकों की जरूरतों की समझ पर महत्वपूर्ण लाभ विलय की गई इकाई को अपने 2 करोड़ से अधिक ग्राहकों की सभी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाएगा। ग्राहकों की खुशी बढ़ाने और साथ ही उत्पादों और सेवाओं के क्रॉस सेल के माध्यम से शेयरधारक मूल्य प्रदान करने की क्षमता बहुत अधिक है।

इस मजबूत और विशाल ग्राहक फ्रेंचाइजी के साथ, कंपनी की नवाचार की गति में भी महत्वपूर्ण बदलाव होगा। श्रीराम फाइनेंस खुदरा और एसएमई दोनों ग्राहकों के विशाल आधार के लिए नए उत्पादों के साथ अपने उत्पाद पेशकशों को बढ़ाएगा। पूरे समूह में प्रौद्योगिकी पर हमेशा से मजबूती से ध्यान दिया गया है और विलय तकनीकी प्रयासों को एक छतरी के नीचे आने में सक्षम करेगा जो डेटा और एनालिटिक्स के कुशल उपयोग में मदद करेगा और हमारे ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान करेगा। विशाल ग्राहक आधार के साथ, अब क्लिक-एन-यूज़ इरादे के लिए डिजिटल ऋण उत्पाद बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कंपनी जल्द ही एक सुपर-ऐप लॉन्च करने का इरादा रखती है जहां श्रीराम फाइनेंस द्वारा अपने सभी मौजूदा और नए उधार उत्पादों की पेशकश की जाएगी। इससे ग्राहक एक क्लिक करते ही समूचे श्रीराम इकोसिस्टम को एक्सेस कर सकेंगे और इस प्रकार, ग्राहकों को सहज अनुभव प्राप्त हो सकेगा। कंपनी का इरादा इसके माध्यम से और अधिक अंतर्दृष्टि और विश्लेषण इकट्ठा करने और भविष्य के लिए नवाचार के अपने पथ पर जारी रखने का है।

 

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