सोन चिरैया अभ्यारण्य में अवैध उत्खनन की जांच के लिए एनजीटी ने गठित की कमेटी
कलेक्टर, एसपी, संभागीय वन अधिकारी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य शामिल होंगे कमेटी में, छह सप्ताह में द ेनी होगी रिपोर्ट
ग्वालियर। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने ग्वालियर जिले के घाटीगांव क्षेत्र के सोन चिरैया अभयारण्य में हो रहे अवैध उत्खनन पर चिंता जताते हुए जांच के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर छह सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। इस कमेटी को मौके पर जाकर क्षेत्र में हो रहे अवैध उत्खनन की जांच करनी होगी। टीम में एसपी, संभागीय वन अधिकारी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य को शामिल किया गया है।
एनजीटी की युगलपीठ ने रूद्रविक्रम सिंह और ब्रज सिंह की याचिका पर यह निर्देश दिए हैं। यह याचिका ग्वालियर के घाटीगांव में सोन चिरैया अभ्यारण्य में हो रहे अवैध उत्खनन, भारी मशीनरी से रेत माफिया और पत्थर माफिया द्वारा बड़े-ब़ड़े गड्ढे खोदे जाने तथा क्षेत्र के पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने से सोन चिरैया के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न होने का मुद्दा उठाया है। याचिका में कहा गया कि इससे इस क्षेत्र के पर्यावरण को नुकसान होने से इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। इस मामले में बताया गया कि यहां अवैध उत्खनन रोकने के लिए लखनपुरा गांव में पुलिस चौकी स्थापित कर ली है। ट्रिब्यूनल ने पाया कि यह मामला गंभीर प्रकृति का है तथा इससे पर्यावरण को नुकसान हो सकता है। लिहाजा शासन को नोटिस जारी करते हुए इसे लेकर तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश भी दिए गए हें।