निरीक्षण:कमेटी ने देखा घड़ियाल सेंचुरी का एरिया
बूंदी प्रस्तावित रामगढ़ टाइगर रिजर्व के बफर व कोर एरिया निर्धारण के लिए गठित कमेटी ने मंगलवार को घड़ियाल सेंचुरी एरिया का अवलोकन किया। हालांकि इस पर फाइनल मुहर उच्च स्तर पर निर्णय के बाद लगेगी। सीसीएफ के निर्देशानुसार मंगलवार को वाइल्ड लाइफ डीएफओ आलोकनाथ गुप्ता, एसीएफ तरुण मेहरा, जैतपुर रेंजर धर्मराज गुर्जर, कमेटी सदस्य विठ्ठल सनाढ्य ने घड़ियाल सेंचुरी एरिया का अलवोकन किया।
इस दौरान आरटीआर व घड़ियाल सेंचुरी का स्टाफ मौजूद रहा। कमेटी ने लबान के पास बगली का एरिया देखा, यहां कालीसिंध व चंबल नदी का मिलान होता है। इसके बाद सखावदा से आगे सहणपुर को अवलोकन किया, यहां पर चंबल व मेज नदी का मिलान होता है। कमेटी ने सालमदर्रा व रेटोदा के ब्लॉक्स भी देखे।सखावदा के जंगल से मूवमेंट होता है टाइगर कारणथंभौर टाइगर रिजर्व से निकलने वाले टाइगर सखावदा के जंगल में पहुंचते हैं।
यहीं से टाइगर या तो मुकंदरा या फिर रामगढ़ की ओर मूवमेंट करता है। वर्तमान में रामगढ़ टाइगर रिजर्व में आया हुआ टी-115 का मूवमेंट इस मार्ग से हुआ है। पूर्व में भी टाइगर इसी रास्ते को चुनते रहे हैं।उच्च स्तर पर होगा निर्णयबफर व कोर निर्धारण के लिए गठित कमेटी ने इस एरिया का अवलोकन कर लिया है, लेकिन इसका निर्णय उच्च स्तर पर होगा कि घड़ियाल सेंचुरी एरिया को रामगढ़ टाइगर रिजर्व का पार्ट बनाया जाए या नहीं या फिर कुछ हिस्सा बफर में लिया जाए।