सभी 70 प्रतिभागियों को सिरोबगड़ क्षेत्र लैंडस्लाइड का भ्रमण कराया
श्रीनगर गढ़वाल: मेडिकल कालेज में नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डिजास्टर मैनेजमेंट (एनआइडीएम) की ओर से आयोजित आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यशाला के तीसरे दिन सभी 70 प्रतिभागियों को सिरोबगड़ क्षेत्र लैंडस्लाइड का भ्रमण कराया गया। मुख्य प्रशिक्षक और एनआइडीएम के जियोमेट्रोलाजिकल रिस्क मैनेजमेंट डिवीजन के मुखिया प्रोफेसर डा. सूर्यप्रकाश ने लैंडस्लाइड की वजह और लैंडस्लाइड क्षेत्र के सीमांकन करने के तरीकों के बारे में बताया। इससे पूर्व चोपड़ियों क्षेत्र में अचानक पहाड़ से गिरते पत्थरों को देख सभी प्रतिभागियों को डा. सूर्यप्रकाश ने लैंडस्लाइड के खतरों के बारे में बताया। पहाड़ से अचानक गिरने वाले पत्थरों की चपेट में एक बाइक सवार और बस भी आते-आते बची।
प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के आपदा प्रबंधन से जुड़े विभिन्न जिलों के नोडल अधिकारियों के साथ ही अन्य संगठनों के प्रतिनिधि और मेडिकल कालेज की फैकल्टियां भी कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे हैं। इससे पूर्व श्रीनगर मेडिकल कालेज के लेक्चर थिएटर में डा. मुकेश शुक्ला, डा. गिरीश चंद्र ने आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण को लेकर टिप्स दिए।
श्रीनगर मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि गुरुवार को गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के भूगर्भ विज्ञान विभाग के प्रो. वाइपी सुंद्रियाल अलकनंदा घाटी क्षेत्र में होने वाली बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के बारे में जानकारी देंगे। प्रो. एचसी नैनवाल जलवायु परिवर्तन से हिमालयी क्षेत्रों में पड़ने वाले प्रभावों के बारे में, डा. एमपीएस बिष्ट द्वारा हिमालयी क्षेत्र में होने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी देंगे। साथ ही डा. गिरीश चंद्र जोशी और डा. नवीन जुयाल भी प्रतिभागियों को बतौर रिसोर्स पर्सन प्रशिक्षण देंगे।