बैठक:इकाे सेंसिटिव जाेन में मिलेंगे व्यवसाय के नए अवसर: कलेक्टर
बारां शेरगढ़ अभ्यारण्य के तहत इको सेंसिटिव जोन की सीमा निर्धारण करने के लिए कलेक्टर राजेंद्र विजय की अध्यक्षता में सोमवार को मिनी सचिवालय सभागार में बैठक हुई।बैठक में उप वन संरक्षक वन्यजीव कोटा एएन गुप्ता ने बताया कि शेरगढ़ अभयारण्य के तहत इको सेंसिटिव जोन सीमा निर्धारण के पश्चात उक्त जोन में गैर वानिकी गतिविधि जैसे ब्लास्टिंग कार्य, विस्फोटक सामग्री, खनन कार्य आदि गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी। अन्य गतिविधियां जैसे होटल, स्कूल, सिंचाई प्रोजेक्ट, सड़क निर्माण आदि गतिविधियों पर किसी प्रकार की रोक नहीं होगी। इसी क्रम में इको सेंसिटिव जोन में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 20 आदि भी लागू नहीं होंगे। इसलिए आमजन को भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है कि इको सेंसिटिव जोन में राष्ट्रीय उद्यान के नियम लागू हो जाएंगे और लोगों को उस क्षेत्र से हटाया जाएगा, जो कि पूर्णतया भ्रामक है।
उल्लेखनीय है कि इको सेंसिटिव जोन में लोगों को इको टूरिज्म के माध्यम से व्यवसाय के नए अवसर प्राप्त होंगे। क्षेत्र विश्व मानचित्र पर आने से लाखों पर्यटक यहां घूमने आएंगे और ग्रामीणों को व्यवसाय मिलेगा। कलेक्टर विजय ने इको सेंसिटिव जोन के संबंध में संबंधित क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा की और कहा कि आमजन की सहभागिता के साथ इको सेंसिटिव जोन के नवीन प्रस्ताव लागू किए जाने चाहिए। इस अवसर पर उप वन संरक्षक बारां चेतन कुमार, एसीएफ अनुराग भटनागर, एसडीएम खानपुर रामकिशन मीणा, नायब तहसीलदार हेमराज नागर संबंधित क्षेत्रों के स्थानीय जनप्रतिनिधि आदि मौजूद थे।