मेड़ता में ऑक्सीजन प्लांट तैयार; 7 बेड का आईसीयू वार्ड बनाया, ऑक्सीजन लाइन से जोड़े 20 बेड
मेड़ता कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए मेड़ता अस्पताल में प्रशासन द्वारा पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं। यहां 65 लाख रुपए से प्रतिदिन 50 सिलेंडर ऑक्सीजन क्षमता वाला प्लांट लगाया गया है।आपातकालीन कक्ष में 7 बेड का आईसीयू वार्ड बनाया गया है। ताकि गंभीर मरीजों को रेफर करने की बजाय मेड़ता में ही उच्च उपचार मिल सके। अस्पताल में 20 बेड को ऑक्सीजन सप्लाई से जोड़ा गया है।
अस्पताल के डॉक्टर अखिल गुप्ता का कहना है कि क्षेत्र के लोग सतर्कता बरतेंगे तो कोरोना की तीसरी लहर नहीं आएगी। लोग संक्रमित होते हैं तो उन्हें मेड़ता में ही समय पर पर्याप्त इलाज देने की व्यवस्था की गई है। ओमिक्रॉन से निपटने के लिए कुछ डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ की ट्रेनिंग जयपुर, अजमेर और नागौर में चल रही है। जो शीघ्र ही यहां आ जाएंगे।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि एक स्पेशल टीम बनाई है, जो मरीजों की संख्या बढ़ने पर सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज करेगी। ओमिक्रॉन से घबराने की नहीं पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है।आवश्यक्ता पड़ने पर ऑक्सीजन सप्लाई से जुड़े बेड की संख्या बढ़ाने के लिए भी हम तैयार हैं।
मेड़ता में नहीं है कोई मरीज
राहत की बात यह है कि तीसरी लहर में मेड़ता में अभी तक कोई भी संक्रमित नहीं हुआ है। वर्तमान में जिले में 166 एक्टिव केस हैं। जिले की संक्रमण दर 2.12 प्रतिशत है। बीते राेज भी जिले में 44 नए मामले सामने आए हैं। सभी मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है, सिर्फ 4 मरीज नागौर के जिला अस्पताल में भर्ती हैं।