हेरिटेज निगम:मेयर की नहीं मानी तो मंत्री खाचरियावास खुद पहुंचे, समझाइश कर धरने से उठाया
जयपुर हेरिटेज निगम में एक बार फिर से सियासत गर्माने लग गई है। बोर्ड बनने के एक साल बाद भी संचालन समितियां नहीं बनने और नेताओं-अफसरों द्वारा तवज्जो नहीं दिए जाने से खफा निर्दलीय पार्षद गुरुवार को हेरिटेज मुख्यालय पर धरने पर बैठ गए। मेयर मुनेश गुर्जर पार्षदों मनाने पहुंचीं, लेकिन पार्षद नहीं माने। बाद में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास मौके पर पहुंचे और समझाइश करके धरने से उठाया। गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को इन सभी पार्षदों ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मुलाकात करके समितियों के गठन को लेकर चर्चा की थी। इसके बाद मंत्री महेश जोशी और किशनपोल से विधायक अमीन कागजी ने भी समितियों के गठन का मुद्दा उठाते हुए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल को पत्र लिखा और जल्द से जल्द समितियों के गठन की मांग की।
बोर्ड इन्हीं की बदौलत, नाराजगी जायज: खाचरियावास
दोपहर करीब 4 बजे खुद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, विधायक अमीन कागजी और मेयर मुनेश गुर्जर धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान पार्षदों से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया जल्द ही उन्हें समितियों के गठन का आश्वासन दिया। समितियों में निर्दलीय पार्षदों को सम्मानजनक भागीदारी देने का भी आश्वासन दिया। खाचरियावास ने माना कि समितियां गठन में देरी तो हुई है और इनकी नाराजगी जायज है। ये सब हमारे लोग हैं और इन्हीं की बदौलत नगर निगम में कांग्रेस पार्टी का बोर्ड बना है।
फिलहाल बहुमत कांग्रेस के पास : हेरिटेज निगम में फिलहाल कांग्रेस की मुनेश गुर्जर मेयर हैं। 100 के बोर्ड में 55 पार्षद इनके साथ हैं, जिसमें 9 निर्दलीय शामिल हैं। कांग्रेस के 47 पार्षद है। ऐसे में अगर ये सभी निर्दलीय पार्षद अपना समर्थन वापस लेते है तो कांग्रेस अल्पमत में आ सकती है। वहीं मेयर की कुर्सी को भी खतरा हो सकता है।