अस्पताल में जांच करने पहुंचे कलेक्टर का सवाल, टीकाकरण कम क्यों हुआ, बिना लापरवाही बरते इसे शत-प्रतिशत करवाओ
करौली के नए कलेक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को हिंडौन के राजकीय अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान टीकाकरण का लक्ष्य शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही कहा कि रोगियों की बेहतर सुविधा का ध्यान रखा जाना चाहिए। निरीक्षण के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के अलावा डॉक्टरों की बैठक लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।इस अवसर पर एसडीएम अनूप सिंह, डीएसपी किशोरीलाल, विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार, आयुक्त कीर्ति कुमावत, पीएमओ डॉ. नमोनारायण मीना सहित अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ नमोनारायण मीना ने बताया कि हिंडौन में वैक्सीनेशन कम हुआ इसका कारण है कि यहा के लोगों ने बाहर जाकर भी टीकाकरण कराया है। इस कारण हमारी वैक्सीनेशन की रिपोर्ट प्रथम चरण से द्वितीय चरण मे कम हो रही है। जिस पर जिला कलेक्टर ने कहा कि ऐसा नही है, यहां से बाहर गए है लोग लेकिन बाहर से भी तो लोग यहा आए हैं। इसलिए वैक्सीनेशन अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही नही हो और आपसी समन्वयता के साथ शतप्रतिशत वैक्सीनेशन कराया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
जिला कलक्टर ने जिले में आए कोरोना पॉजिटिवों की जानकारी ली। चिकित्सकों द्वारा अवगत कराया गया है कि एएनएम एवं मेडिकल स्टॉफ के द्वारा उन पर निगरानी रखी जा रही है एवं उन्हे नियमित रूप से बचाव के बारे मे भी बताया जा रहा है। जिस पर जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि कोविड पॉजिटिव मरीजो को जो बचाव सामग्री दी जा रही है उसकी लोकेशन पर जाकर वीडियो कॉलिग करके अवगत कराया जाए। चिकित्सकों ने अवगत कराया कि टीकाकरण के लिये डोर टू डोर बीएलओ के द्वारा सर्वे कराया जा रहा है। जिस पर 7 दिन मे सर्वे पूर्ण कर रिपोर्ट बनाकर वैक्सीनेशन को गति दी जाएगी।
कलेक्टर ने आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया
जिला कलक्टर ने बैठक से पूर्व हिण्डौन चिकित्सालय मे पहूंचकर आईसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया एवं दो कोविड संक्रमित मरीजो से चर्चा कर उपचार के बारे मे जानकारी ली तत्पश्चात उन्होने आईसीयू वार्ड का भी अवलोकन किया आईसीयू वार्ड के जंगले से जब उन्होने वाहर की तरफ देखा तो उन्हे मोर्चरी के बाहर गंदकी नजर आई जिस पर उन्होने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि चिकित्सालय मे एवं चिकित्सालय के बाहर सफाई व्यवस्था को दुरूस्त किया जाये इसमे किसी भी प्रकार की कोताही नही बरती जाये।