उद्योगों में आगे आएगा जिला:टोडा, पीपलू, चौसला में औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भूखंडों के आरक्षण का निर्धारण आज, सुविधाओं पर खर्च होंगे 4 करोड़ 24 लाख रुपए
टोंक प्राचीन काल में समृद्ध रहे टोंक जिले में एकबार फिर विकास की गंगा बहेगी। जिसका अब नजारा दिखाई भी देने लगा है। हालांकि टोंक जिला मुख्यालय पर रेल लाइन नहीं होने एवं पर्याप्त औद्योगिक विकास नहीं हो पाने से अब तक इसका पिछड़े जिलों में शुमार किया जाता रहा है, लेकिन अब टोंक जिला पिछड़ा जिला नहीं रहेगा। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर भी काफी सक्रियता देखी जाने लगी है। जिले में वर्तमान में 7 विकसित औद्योगिक क्षेत्र है तथा शीघ्र ही तीन औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित किए जाने का कार्य शुरू किया जा रहा है। जिसके लिए मंगलवार को भूखंडों का आरक्षण तय किए जाने की तैयारियां की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि जिले में निवाई में 3, टोंक, उनियारा, देवली, मालपुरा में एक-एक औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो चुके हैं। अब टोडा, पीपलू एवं चौसला में एक-एक औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। औद्योगिक क्षेत्र में सड़क, बाउंडरी पिल्लर, डिमार्केशन आदि पर करीब 4 करोड़ 24 लाख रुपए से अधिक खर्च होंगे।
इसमें चौसला में 1 करोड़ 56 लाख, टोडारायसिंह में 2 करोड़ 68 लाख रुपए खर्च किए जा सकेंगे। पीपलू क्षेत्र में बनने वाले औद्योगिक क्षेत्र में शीघ्र ही आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर विकास की राशि तय की जाएगी। रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक सीताराम मीणा ने बताया कि शीघ्र ही तीन औद्योगिक क्षेत्रों के विकास का कार्य शुरू हो जाएगा। इसके लिए भूखंड आरक्षण लाटरी निकाले जाने के लिए तैयारियां कर ली गई है। औद्योगिक विकास के लिए आगे भी संभावनाएं तलाशी जा रही है। जिले में 7 औद्योगिक विकसित क्षेत्र मौजूद है तथा तीन और विकसित होने के बाद जिले में 10 औद्योगिक क्षेत्र हो जाएंगे।