एनआइटी स्थायी परिसर का निर्माण छह माह में: अवस्थी
श्रीनगर गढ़वाल:राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) उत्तराखंड श्रीनगर के नियुक्त हुए नए निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बुधवार को संस्थान पहुंचकर निदेशक पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया। कम्प्यूटर साइंस के विशेषज्ञ प्रो. अवस्थी इससे पूर्व एनआइटी हमीरपुर हिमाचल में प्रभारी निदेशक के पद पर कार्यरत थे। रीजनल इंजीनियरिग कालेज कोटखाई शिमला के फाउंडर निदेशक रहने के साथ ही एनआइटी जालंधर के भी वह निदेशक रह चुके हैं। कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत पत्रकारों से रूबरू हुए निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने कहा कि सुमाड़ी में एनआइटी के स्थायी परिसर का निर्माण कार्य छह माह में शुरू हो जाएगा। एनबीसीसी कार्यदायी संस्था है। सुमाड़ी में एनआइटी के लिए कुल 300 एकड़ भूमि उपलब्ध है। इसमें प्रथम चरण में 60 एकड़ में एडम ब्लाक, प्रशासनिक कार्यालय भवन, क्लास रूम आदि का निर्माण होना है। स्थायी परिसर में 1260 छात्र-छात्राओं के लिए परिसर का निर्माण किया जा रहा है जिसके लिए 900 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। निदेशक प्रो. अवस्थी ने कहा कि सुमाड़ी में एनआइटी के स्थायी परिसर का निर्माण शीघ्र करवाना उनकी प्राथमिकता में भी है। पांच साल में परिसर निर्माण होना है,लेकिन उनका प्रयास है कि तीन साढ़े तीन साल में ही सुमाड़ी में एनआइटी के स्थायी परिसर का निर्माण कार्य पूरा हो जाए। प्रथम चरण का कार्य दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है।
पत्रकार वार्ता में मौजूद एनआइटी के कुलसचिव डा. प्रभाकरमणि काला ने कहा कि वर्तमान में बीटेक की आनलाइन क्लासेज संचालित हो रही हैं। एमटेक और पीएचडी के 56 छात्र-छात्राएं हास्टल में हैं। हास्टल में रहते हुए लैब में भी कार्य कर रहे हैं।