चिरबटिया आइटीआइ का संचालन दो वर्ष बाद शुरू
रुद्रप्रयाग: पिछले दो वर्ष से बंद चल रहे आइटीआइ चिरबटिया का दो वर्ष बाद फिर से संचालन शुरू हो गया है। संस्थान में इलेक्ट्रिशियन व इलेक्ट्रानिक्स में तीस छात्रों ने प्रवेश लिया है और उनकी पढ़ाई भी विधिवत शुरू हो गई है। स्थानीय निवासियों के आंदोलन के बाद आइटीआइ का संचालन शुरू हो सका।
वर्ष 1992 में स्थानीय जनता की मांग पर रुद्रप्रयाग-टिहरी की सीमा पर स्थित चिरबटिया में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को स्वीकृति मिली थी, ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा मुहैया कराई जा सके, लेकिन दिसंबर 2019 में सरकार की ओर से उक्त संस्थान का संचालन बंद कर दिया गया, जिससे यहां के छात्रों को काफी दिक्कत उठानी पड़ी थी। इस पर ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू किया, जिसके बाद आइटीआइ का संचालन शुरू हो सका
वर्तमान में संस्थान में इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिशियन, वायरमैन, रेडियो टीवी, शार्ट हेड हिंदी ट्रेड है, जिसमें कुल चालीस के सापेक्ष इलेक्ट्रानिक्स में 16 व इलेक्ट्रीशियन में 14 आवेदन प्राप्त हुए। दोनों ट्रेडों में 30 छात्रों को प्रवेश देकर जनवरी माह से इनकी पढ़ाई भी शुरू हो गई है। संस्थान में कुल स्वीकृत 15 पदों के सापेक्ष 5 पद ही भरे हैं, जबकि अन्य पद रिक्त चल रहे हैं। वहीं अब एनजीओ जन विकास संस्थान चिरबटिया में आइटीआइ की कक्षाओं का संचालन हो रहा है, जिसमें 220 वर्ग मीटर के दो बडे़ हाल व तीन अन्य कमरे शामिल हैं। हालांकि कृषि महाविद्यालय चिरबटिया के पास आइटीआइ संस्थान के नए भवन निर्माण के लिए बीस नाली भूमि चयनित है। भवन निर्माण के लिए वर्ष 2015 से कई बार प्रस्ताव शासन को भेजे गए, लेकिन अभी तक भवन निर्माण के लिए बजट की स्वीकृति नहीं मिल सकी है, जिससे संस्थान के संचालन में काफी दिक्कत आ रही है।
आइटीआइ चिरबटिया के प्रधानाचार्य जीएस चौहान ने बताया कि आइटीआइ का संचालन शुरू हो गया है। संस्थान के भवन के लिए शासन में प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन अभी तक बजट मुहैया नहीं हो सका है।