कौलागढ़-नंदा की चौकी मार्ग का बाटलनेक होगा खत्म, चौड़ीकरण के बाद इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
देहरादून। शहर में यातायात का दबाव निरंतर बढ़ रहा है। इसके चलते विभिन्न वैकल्पिक मार्गों पर भी यातायात का दबाव बढ़ने लगा है। हालांकि, तमाम वैकल्पिक मार्ग या तो संकरे हैं या उनमें कई जगह बाटलनेक हैं। पांवटा साहिब मार्ग की ही बात करें तो भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड या अन्य कारणों से इस सड़क पर जाम की स्थिति बढ़ जाती है। ऐसे में जो वैकल्पिक मार्ग हैं, उनकी क्षमता मौजूदा यातायात का दबाव झेलने लायक नहीं है। इस स्थिति को देखते हुए अब लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड ने कौलागढ़-मसंदावाला-पौंधा मार्ग को चौड़ा करने की कवायद शुरू की है। यह मार्ग नंदा की चौकी पर पांवटा साहिब मार्ग पर मिल जाता है।
कौलागढ़-मसंदावाला-पौंधा मार्ग के चौड़ा हो जाने के बाद मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति में इसका प्रयोग सुगम हो सकेगा। प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल के मुताबिक, कौलागढ़-मसंदावाला-पौंधा मार्ग पर एफआरआइ के पिछले गेट की चहारदीवारी क्षेत्र में बड़ा बाटलनेक है। सुगम यातायात के लिए सड़क की चौड़ाई करीब छह मीटर होनी चाहिए, जबकि यहां पर चौड़ाई महज तीन मीटर है। इस मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने के लिए शासन ने जुलाई माह में 5.06 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी थी। विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाने के बाद चौड़ीकरण के काम को आगे बढ़ाया जाएगा।
अधिशासी अभियंता के मुताबिक, कौलागढ़ चौक से करीब एक किलोमीटर तक चौड़ीकरण की सख्त जरूरत है। वहीं, 525 मीटर लंबाई तक एफआरआइ की भूमि आ रही है। ऐसे में एफआरआइ की करीब तीन मीटर भूमि के अधिग्रहण की कार्रवाई भी शुरू की जाएगी।
चौड़ीकरण के बाद मिलेगा लाभ
यदि कभी नंदा की चौकी से लेकर बल्लूपुर चौक के बीच जाम की स्थिति बढ़ती है तो कौलागढ़ मार्ग का रुख किया जा सकेगा। अभी मार्ग की चौड़ाई कम है, लिहाजा इस मार्ग पर भी जाम की स्थिति रहती है। वाहन चालक यहां से गुजरने में परहेज भी करते हैं। चौड़ीकरण के बाद बाटलनेक दूर होगा तो बड़े पैमाने पर वाहन चालकों को सुविधा मिलेगी। विशेषकर इसका लाभ कौलागढ़ चौक से नंदा की चौकी के बीच के करीब एक दर्जन क्षेत्रों की 50 हजार से अधिक आबादी को लाभ मिलेगा। क्योंकि इस क्षेत्र की आबादी दैनिक आधार पर इस मार्ग का प्रयोग करती है।
इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
मसंदावाला, बाजावाला, आमवाला, फूलसनी, पौंधा, धौलास, प्रेमपुर माफी, कोटड़ा आदि क्षेत्र