एक मार्च से शुरू होगा स्वच्छ सर्वेक्षण:जयपुर मेयर ने तैयारियों के लिए बुलाई बैठक में ही नहीं आए आयुक्त; सर्वे में टॉप रैंक लाने का टारगेट
जयपुर नगर निगम ग्रेटर में मेयर सौम्या गुर्जर और आयुक्त यज्ञमित्र सिंह के बीच शुरू हुआ विवाद अब भी बरकरार है। जयपुर में 1 मार्च से शुरू होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों के लिए मेयर ने आज बुलाई एक बैठक से आयुक्त ने खुद को दूर रखा। ऐसे में सवाल उठते है कि क्या इस सर्वेक्षण में मेयर ने जो शहर को टॉप सिटी में लाने की बात कही है वह पूरी हो पाएगी या नहीं? क्योंकि किसी भी योजना को धरातल पर क्रियान्वित करने का काम अधिकारियों का ही होता है।
1 मार्च से शुरू होने वाला यह सर्वेक्षण 28 मार्च तक चलेगा। महापौर सौम्या गुर्जर ने आज निगम मुख्यालय के सभासद भवन में निगम अधिकारियों, कर्मचारियों की एक बैठक बुलाई, जिसमें स्वच्छ सर्वेक्षण में जयपुर को कैसे टॉप रैंक पर लाया जाये इसको लेकर चर्चा की। इसके लिए मेयर ने अधिकारियों-कर्मचारियों को पूरा फोकस शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिस कर्मचारी-अधिकारी के क्षेत्र में बेहतर सफाई रहेगी उसे इनाम दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कर्मचारियों को आमजन से स्वच्छ सर्वेक्षण में ज्यादा से ज्यादा भाग लेने के लिए जागरूक करने के भी निर्देश दिए।
पहले स्थान पर लाना हमारे लिए चुनौती
बैठक में मौजूद उपमहापौर पुनीत कर्णावट ने कहा कि पिछले साल हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में जयपुर को 36वां स्थान मिला था। इस बार हमे सर्वश्रेष्ठ रैंक लानी है जो हमारे के लिए एक बड़ी चुनौती है। इस बार जयपुर में दो नगर निगम भी है, जहां ये सर्वे करवाया जा रहा है।
7 हजार 500 नम्बर का है सर्वे
इस साल स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 कुल 7 हजार 500 नंबर का रखा गया है। इसमें 3 हजार नम्बर सर्विस लेवल प्रोगेस के, 2250 नम्बर सर्टिफिकेट के और 2250 नम्बर सिटीजन वाइस के निर्धारित किए है। सिटीजन वाईस में शहर के लोग ज्यादा से ज्यादा सर्वे में भाग लेंगे तो उतने ही ज्यादा नंबर नगर निगम को मिलेंगे।