पर्यावरण संतुलन के लिए जैव विविधता संरक्षण पर दिया जोर
रुद्रप्रयाग : गोविंद बल्लभ पंत हिमालय पर्यावरण एवं विकास संस्थान श्रीनगर के तत्वावधान में जैव विविधता संरक्षण व प्रबंधन पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें पर्यावरण संतुलन के लिए जैव विविधता एवं उसके संरक्षण पर जोर दिया गया।
जखोली ब्लाक के अंतर्गत नागेंद्र इंटर कालेज बजीरा में आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता डा. एके साहनी ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता और सामाजिक चेतना पर विशेष जोर दिया। कहा कि मानव जीवन के लिए भी जैव विविधता जरूरी है। उन्होंने भारत रत्न गोविद बल्लभ पंत की जीवन शैली को आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि आम जनमानस को भी विकास के प्रति संवेदनशील बनना होगा। संस्थान के विज्ञानी डा. अरुण कुमार जुगराण ने विभिन्न प्रजाति के जीव जंतुओं के अस्तित्व पर मंडरा रहे खतरों पर चिता व्यक्त करते हुए कहा कि पर्यावरण को बचाए रखने के लिए जैव विविधता का संरक्षण जरूरी है। उन्होंने हिमालयी जैव विविधता के संरक्षण पर विशेष जोर दिया। प्रगतिशील काश्तकार हयात सिंह राणा ने पर्यावरणीय शिक्षा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। विद्यालय के प्रधानाचार्य शिव सिंह रावत ने कार्यक्रम में विज्ञानियों की ओर से जैव विविधता पर दिए गए सुझावों को बहुत महत्वपूर्ण बताया। कहा कि पर्यावरणीय संकट को बचाने के लिए प्रत्येक मानव को बढ़ चढ़कर आगे आना चाहिए। संस्थान के वरिष्ठ विज्ञानी डा. जुगराण व शोधार्थी आशीष ने प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों को जैव विविधता के संरक्षण के बारे में विस्तार जानकारी दी है। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रवक्ता बीरेंद्र सिंह राणा ने किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य शिव सिंह रावत, रतनमणि काला, शूरवीर राणा, बीरेंद्र राणा, भरत चौहान, शोवेंद्र शाह, राजेंद्र राणा, प्रीति बिष्ट, पंकज सेमवाल समेत क्षेत्र के कई ग्रामीण उपस्थित थे