कौशिक का किला नहीं भेद पाई कांग्रेस
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने लगातार पांचवीं बार भी नगर सीट को जीतकर अपने किलेबंदी को और मजबूत कर लिया है। उन्होंने कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी को 15242 मतों के अंतर से पराजित किया। चौदह राउंड की काउंटिंग में भाजपा से मदन कौशिक को 52760 और कांग्रेस से सतपाल ब्रह्मचारी को 37518 मत मिले। दूसरे और तीसरे राउंड में ही कौशिक पिछड़े नजर आए। इसके बाद लगातार हर राउंड में कौशिक बढ़त बनाए दिखे। इस बार कांग्रेस ने भाजपा के इस किले में सेंध लगाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। लेकिन कांग्रेस की सुनियोजित रणनीति और टीम वर्क न होने के कारण सतपाल ब्रह्मचारी भाजपा के इस किले में सेंधमारी नहीं कर सके
जिले में अकेले मदन कौशिक ऐसे विधायक हैं जो लगातार भाजपा के लिए नगर सीट को जीतते आ रहे हैं। वर्ष 2002 में कौशिक ने कांग्रेस के पारस कुमार जैन को हराकर जीत की शुरुआत की थी। इसके बाद 2007 में कौशिक ने सपा से अम्बरीश कुमार को हराया। 2012 में कांग्रेस ने सतपाल ब्रह्मचारी को कौशिक के सामने चुनाव मैदान में उतारा। इस बार भी कौशिक ने 42297 मत लेकर शानदार जीत हासिल की। तब सतपाल को 33677 मत मिले। 2017 में कौशिक ने 61742 मत पाकर कांग्रेस प्रत्याशी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी को 35927 वोट से हराकर जीत दर्ज की।
वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव में भले ही कांग्रेस से सतपाल ब्रह्मचारी को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन हर राउंड में मिले मत से एक बात साफ है कि सतपाल से कौशिक को वैसी ही कड़ी चुनौती मिली जैसे 2012 के विधान सभा चुनाव में मिली थी। 2017 चुनाव के मुकाबले इस बार जीत का अंतर केवल 15242 मतों से रहा