रुद्रपुर। स्वास्थ्य विभाग सीमांत क्षेत्र खटीमा में आरटीपीसीआर लैब खोलने की तैयारी कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इसका प्रस्ताव भारत सरकार को भेज कर निर्माण कार्य के लिए 30 लाख रुपये का बजट मांगा है। लैब खुलने के बाद सीमांत क्षेत्र के लोगों के संक्रामक रोगों की जांच के लिए सैंपल जिला मुख्यालय नहीं भेजने पड़ेंगे।
ऊधम सिंह नगर जिले में 11.41 लाख कोविड सैंपलिंग हो चुकी है। कोरोना महामारी के बाद रुद्रपुर में जिले की पहली आरटीपीसीआर लैब खुली थी। कोरोना जांच के लिए इस लैब में प्रतिदिन 500 से 600 लोगों के सैंपलों की जांच की सुविधा है। इसके साथ ही इस लैब में अन्य संक्रामक रोगों टीबी, हेपेटाइटिस आदि की जांच की भी होती है। अब स्वास्थ्य विभाग खटीमा नागरिक अस्पताल में जिले की दूसरी आरटीपीसीआर लैब खोलने की तैयारी कर रहा है। लैब के निर्माण के लिए भारत सरकार की ओर से बजट उपलब्ध कराया जाएगा।
खटीमा में आरटीपीसीआर लैब खुलने पर खटीमा क्षेत्र के साथ ही नानकमत्ता, सितारगंज, चकरपुर आदि क्षेत्रों के मरीजों के संक्रामक रोगों की जांच के सैंपल रुद्रपुर नहीं भेजने पड़ेंगे। सीमांत क्षेत्र खटीमा में आरटीपीसीआर लैब खुलने से क्षेत्र के लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी मिल सकेगा। इससे पहले भी खटीमा में आईडीएसपी लैब खोलने के लिए 15वें वित्त आयोग से 55 लाख रुपये का बजट मिल चुका है।
खटीमा में आरटीपीसीआर लैब खोलने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। इसके निर्माण कार्य के लिए 30 लाख रुपये का बजट मांगा गया है। लैब का निर्माण नागरिक अस्पताल में किया जाएगा।
– डॉ. तपन शर्मा, जिला नोडल अधिकारी, कोविड-19