रावतभाटा में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान:खाद्य विभाग की कार्रवाई से मचा हड़कंप, शटर गिरा कर भागे दुकानदार
रावतभाटा में शुक्रवार को रसद विभाग की कार्रवाई से हड़कंप मच गया। फूड इंस्पेक्टर महेश कुमार सिहाग के निर्देशन में चितौड़गढ़ और स्थानीय कर्मचारियों की संयुक्त टीम ने आधा दर्जन दुकानों पर दबिश दी। खाद्य विभाग के रावतभाटा पहुंचने की सूचना मिलते ही कई दुकानदार शटर गिरा कर भाग गए। फूड इंस्पेक्टर सिहाग ने बताया कि कार्रवाई के दौरान चारभुजा स्थित श्रृंगी दूध डेयरी से पनीर और दही, किराना दुकान से वनस्पति घी के अलग-अलग ब्रांड के दो सैम्पल जांच के लिए इकट्ठा किए। इसी तरह एनटीसी गेट स्थित एक किराना दुकान से सोन पपड़ी और सिंचाई विभाग की कॉलोनी स्थित एक किराना दुकान से सोयाबीन का तेल सैम्पल के तौर पर जांच के लिए लिया। शाम तक चली कार्रवाई में चित्तौड़गढ़ से राजेश देवड़ा, महेंद्र सिंह, रावतभाटा प्रवर्तन अधिकारी इरफान कुरैशी सहित उपखण्ड कार्यालय के कर्मचारी मौजूद रहे।
मिलावट पाए जाने पर होगी कार्रवाई
फूड इंस्पेक्टर सिहाग ने बताया कि सभी सैम्पल जांच के लिए लेबोरेट्री भिजवाए जाएंगे। जांच रिपोर्ट में घटिया क्वालिटी या मिलावट पाए जाने पर दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एक महीने के भीतर दूसरी कार्रवाई
गौरतलब है कि गत 18 फरवरी को खाद्य विभाग के अधिकारियों ने रावतभाटा में एक दर्जन दुकानों पर दबिश देकर अवधिपार खाद्य सामग्री को नष्ट किया था। वहीं आधा दर्जन दुकानों से खाद्य पदार्थों के सैम्पल इकट्ठा किए थे। फूड इंस्पेक्टर सिहाग ने बताया कि शुद्ध के लिए युद्ध के तहत 31 मार्च तक चलाए जा रहे अभियान में मिलावटखोरों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।