श्रीदेव सुमन विवि में लंबे समय बाद स्थायी कुलसचिव की नियुक्ति की गई है। शासन ने उप कुलसचिव खेमराज भट्ट को प्रोन्नत कर कुलसचिव (रजिस्ट्रार) के पद पर तैनाती दी है। विवि को 10 सालों में दो साल ही स्थायी कुलसचिव मिले पाए थे। अब विवि की नई व्यवस्था के तहत अस्थायी और प्रतिनियुक्ति पर कुलसचिव की नियुक्ति नहीं हो पाएगी।
शुक्रवार को शासन ने उप कुलसचिव खेमराज भट्ट को पदोन्नत कर श्रीदेव सुमन विवि का कुलसचिव नियुक्त कर दिया है। उन्होंने शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया। पिछले वर्ष 23 सितंबर को गढ़वाल विवि के प्रो. मोहन सिंह पंवार को प्रतिनियुक्ति पर विवि का कुलसचिव बनाया गा था। विवि को अब स्थायी कुलसचिव मिलने पर प्रो. रावत को तत्काल प्रभाव से उनके मूल विभाग में वापसी के निर्देश जारी किए हैं। कुलपति डा. पीपी ध्यानी ने बताया कि विवि में स्थायी रूप से अब तक दो साल ही नियमित कुलसचिव रहे हैं, जबकि 8 वर्षों तक एक-एक साल के लिए प्रतिनियुक्ति से ही काम चलाया जा रहा था। स्थायी कुलसचिव न होने से विवि के कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था। भट्ट ने कुलसचिव का कार्यभार ग्रहण करने पर विवि की प्रगति में योगदान सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है। लंबित प्रकरणों का जल्द निस्तारण किया जाएगा। विवि की मान्यता प्रणाली को पारदर्शी बनाकर प्रशासनिक छवि को चुस्त-दुरुस्त करने का प्रयास किया जाएगा। इससे पहले वह कुमाऊं विवि और उत्तराखंड मुक्त विवि में प्रभारी कुलसचिव, उप कुलसचिव और सहायक कुलसचिव के पद पर सेवाएं दे चुके हैं।