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विद्रोह व भितरघात से हारा चुनाव : थपलियाल

रुद्रप्रयाग: विधानसभा चुनाव में रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को नेताओं के विद्रोह व भितरघात के कारण हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि, इसके बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप थपलियाल ने अपनी व्यक्तिगत छवि व जनता में अपने सौम्य व्यवहार के कारण कांग्रेस के वोट प्रतिशत को बढ़ाने में कामयाब रहे।

रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप थपलियाल ने कहा कि जनता से मिले जनादेश को वह स्वीकार करते हैं। कहा कि पार्टी नेताओं के विद्रोह व भितरघात के कारण वह चुनाव हारे हैं। जनता का पूरा समर्थन मिला। उन्होंने सहयोग करने वाले सभी कार्यकत्र्ताओं व पदाधिकारियों के साथ ही जनता व समर्थकों का आभार व्यक्त किया है। कहा कि लोकतंत्र में हार या जीत से ज्यादा क्षेत्र का विकास व आमजन की भावना के अनुरूप कार्य करना महत्व रखता है। वह पूर्ण की तरह विकास कार्यो को करवाने के लिए संघर्षरत रहेंगे। थपलियाल ने कहा कि क्षेत्र में उनके विकास कार्यो को देखकर ही केंद्र सरकार ने उन्हें पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार से नवाजा है। कहा कि राज्य बनने के बाद 2002 में अब तक हुए चुनाव में सबसे अधिक वोट प्रतिशत कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में उन्हें मिला है। कहा कि वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में गजेंद्र पंवार को 9275 मत मिले और मत प्रतिशत 23.22 रहा। जबकि 2007 में बीरेंद्र बुटोला को 9374 मत मिले और मत प्रतिशत 19.40 रहा। 2012 में डा. हरक सिंह रावत को 15469 मत मिले व मत प्रतिशत 29.64 रहा। वर्ष 2017 में लक्ष्मी राणा को 14701 मत मिले व मत प्रतिशत 25.26 रहा। जबकि 2022 में उन्हें 19858 मत मिले और मत प्रतिशत में 31.34 रहा

 

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