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पार्षदों ने दिया धरना, संगठन को गुजरा नागवार

देहरादून: शहर में सरकारी जमीनों पर हो रहे अतिक्रमण और अवैध कब्जों के मामले में कोई कार्रवाई न करने के विरुद्ध सोमवार को नगर निगम में भाजपा के कुछ पार्षदों ने धरना दिया। नगर निगम अधिकारियों पर सांठगांठ का आरोप भी पार्षदों ने लगाया। वहीं, नगर निगम में सत्ता में होने के बावजूद अपनी सरकार के खिलाफ पार्षदों का धरने पर बैठना भाजपा संगठन को नागवार गुजरा है। प्रदेश संगठन महामंत्री अजेय कुमार एवं भाजपा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट ने पार्षदों की हरकत को अनुशासनहीनता माना है। मंगलवार को महानगर अध्यक्ष ने पार्षदों का नेतृत्व करने वाले भूपेंद्र कठैत व नंदिनी शर्मा को तलब किया है। संगठन ने साफ संकेत दिया कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी

नगर निगम की जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जे के मामले में पार्षदों ने तीन मार्च को नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की थी। डालनवाला थाने से सटी करनपुर में निगम के अधीन एक जमीन का हाउस टैक्स निजी व्यक्ति के नाम पर जमा होने का मामला भी पार्षदों ने उठाया था। नगर आयुक्त ने उसी वक्त भूमि अनुभाग को नगर निगम की सभी जमीनों का रिकार्ड बनाकर एक सप्ताह में उपलब्ध कराने के आदेश दिए थे। साथ ही करनपुर की जमीन के मामले में आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए गए थे। विभागीय जांच के लिए अपर नगर आयुक्त जगदीश लाल को अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी, जिसमें निगम के वरिष्ठ वित्त अधिकारी भारत चंद्रा, अधिशासी अभियंता अनूप भटनागर सदस्य बनाए गए। प्रकरण को लेकर गत मंगलवार को पार्षद जमीनों के रिकार्ड की जानकारी लेने पहुंचे, लेकिन नगर आयुक्त उस वक्त कार्यालय में मौजूद नहीं थे। पार्षदों ने उनके कक्ष में बैठ करीब एक घंटे इंतजार किया और उनके न पहुंचने पर 14 मार्च को नगर आयुक्त कार्यालय पर धरना देने की चेतावनी दी थी।

सोमवार को भाजपा पार्षद भूपेंद्र कठैत व नंदिनी शर्मा के नेतृत्व में लगभग डेढ़ दर्जन पार्षदों ने नगर आयुक्त कार्यालय पर सुबह साढ़े 11 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक धरना दिया। इस दौरान पार्षदों ने महापौर की बात भी नहीं मानी। जब दोपहर करीब डेढ़ बजे नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला निगम पहुंचे तो पार्षदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। आयुक्त ने पार्षदों को बताया कि निगम कार्रवाई कर रहा है। अपनी जमीनें कब्जे से मुक्त कराकर निगम अपनी संपत्ति के बोर्ड लगा रहा है। करनपुर प्रकरण में भी कार्रवाई गतिमान है। पुलिस में मुकदमा दर्ज हो चुका है व जांच चल रही है। पार्षदों ने आयुक्त को होली के दो दिन बाद तक का समय दिया है। उचित कार्रवाई न होने पर अगले हफ्ते फिर प्रदर्शन की चेतावनी दी है। इस दौरान पार्षद विनोद नेगी, राजपाल सिंह पयाल, मनमोहन सिंह धनई, राकेश पंडित, चुन्नीलाल, अभिषेक पंत, कपिल धर, कविंद्र सेमवाल, विमल चंद्र उनियाल व राजीव गुरुंग आदि मौजूद रहे

जिस वक्त पार्षद नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे थे, तभी दोपहर 12 बजे महापौर सुनील उनियाल गामा भी नगर निगम पहुंचे। महापौर गामा गाड़ी से उतरे व सीधे पार्षदों से बात करने पहुंचे। पार्षदों को बताया कि जमीनों के मामले में कार्रवाई हो रही है। एक मामले में मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। महापौर ने समझाया कि जिस तरह से पार्षद धरना दे रहे, उससे न केवल नगर निगम बल्कि भाजपा संगठन की छवि भी धूमिल हो रही, लेकिन पार्षद नहीं माने और नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर महापौर भी नाराज होकर अपने कक्ष में चले गए। करनपुर जमीन प्रकरण में सौंपी रिपोर्ट

डालनवाला थाने से सटी करनपुर क्षेत्र में स्थित निगम की लगभग चार बीघा जमीन का हाउस टैक्स निजी व्यक्ति के नाम जमा कर जमीन कब्जाने के प्रयास के मामले में जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंप दी है। सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में निगम के कुछ कार्मिकों की भूमिका संदिग्ध बताई गई है। वहीं, नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला ने बताया कि एक बैठक में होने के कारण रिपोर्ट अभी देखी नहीं है। मंगलवार को रिपोर्ट देखेंगे और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

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