सांकरी में खुलेगा पर्यटकों के लिए ट्रैकिग ट्रैक्शन सेंटर
उत्तरकाशी : केदारकांठा बुग्याल पर्यटन हब बनता जा रहा है। होली के पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने भी केदारकांठा की ट्रेकिग की और यहां की नैसर्गिक सौंदर्य का लुत्फ उठाया। जावलकर ने कहा कि सांकरी में पर्यटकों के लिए ट्रैकिग ट्रैक्शन सेंटर खोला जाएगा, जहां पर्यटकों को ट्रैकिग के उपकरण, स्वास्थ्य सुविधा, म्यूजियम और वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। जावलकर ने पर्यटकों से बातचीत कर केदारकांठा ट्रैक पर मूलभूत सुविधाएं विकसित करवाने का आश्वासन दिया।
पिछले कुछ वर्षो से उत्तरकाशी में पर्यटकों का मूवमेंट सबसे अधिक केदारकांठा ट्रैक पर देखने को मिला है। पिछले दो वर्षों के अंतराल में एक लाख से अधिक पर्यटक केदारकांठा की सैर कर चुके हैं। केदारकांठा की ऊंचाई 3800 मीटर है। यहां जाने के लिए बेस कैंप सांकरी गांव से 14 किलोमीटर पैदल ट्रैक है। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से सांकरी की दूरी 200 किलोमीटर है। 18 मार्च को उत्तराखंड के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर भी सांकरी पहुंचे। हिमालयन हाकर्स ट्रैकिग संस्था ने पर्यटन सचिव का स्वागत किया। संस्था के चैन सिंह रावत के नेतृत्व में पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर बेस कैंप गांव सांकरी से जकलोक थाच, कुणाथाच होते हुए जूड़ाताल पहुंचे। जहां जावलकर ने जूड़ाताल के बारे में जानकारी ली। जिसके बाद रात्रि विश्राम के लिए केदारकांठा के एडवांस कैंप पहुंचे। जहां रात्रि विश्राम करने के बाद 19 मार्च की सुबह केदारकांठा के लिए रवाना हुए। पर्यटन सचिव ने केदारकांठा में सूर्याेदय का सुंदर ²श्य भी देखा। साथ ही केदारकांठा के दीदार के लिए पहुंचे विभिन्न राज्यों के पर्यटकों से बातचीत की। इस दौरान पर्यटन सचिव ने स्थानीय ट्रैकिग एजेंसी संचालकों और पर्यटकों से भी बातचीत की। चैन सिंह रावत ने बताया कि पर्यटन सचिव पहली बार केदारकांठा ट्रैक पर आए हैं। केदारकांठा की खूबसूरती देखकर काफी खुश हुए हैं। उन्होंने पर्यटन सचिव से कहा कि देश के विभिन्न राज्यों से तो केदारकांठा में बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं, लेकिन विदेशी पर्यटकों को भी केदारकांठा से अवगत करवाना चाहिए। जिससे विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में केदारकांठा पहुंच सकें। इसके लिए इस ट्रैक का प्रचार-प्रसार पर जोर देना चाहिए