होली के बाद खुले अस्पताल, उमड़ी मरीजों की भीड़
हरिद्वार: होली के बाद सोमवार से अस्पतालों का कामकाज सामान्य हो गया है। जिला अस्पताल में ओपीडी पर्चा बनाने से लेकर डाक्टरों के चैंबरों के बाहर मरीजों की लंबी कतार दिखी। भीड़ इस कदर थी कि ओपीडी का समय खत्म होने के बावजूद डाक्टर मरीज को देखते रहे। सोमवार को आमदिनों की अपेक्षा ओपीडी में मरीजों की संख्या भी दोगुनी रही।
रंगों का त्योहार होली शुक्रवार को था। अगले दिन अस्पताल तो खुले, लेकिन मरीजों की अपेक्षित भीड़ नहीं दिखी, कई डाक्टर भी अनुपस्थित रहे। 21 मार्च सोमवार से व्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर आ गई। सुबह से ही अस्पताल में मरीजों की भीड़ दिखी। पंजीकरण कक्ष पर पर्चा बनाने को लंबी लाइन दिखी। भीड़ के चलते मरीज और उनके तीमारदारों को एक अदद पर्चे के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। डाक्टर के चैंबरों के बाहर भी मरीजों की कतार दिखी। फिजीशियन, बाल रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, आर्थो सर्जन की ओपीडी में ज्यादा भीड़ दिखी। इसी तरह दवा वितरण कक्ष और इंजेक्शन कक्ष के बाहर भी मरीज लाइन में अपनी बारी का इंतजार करते देखे
जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में हर रोज औसतन 200 से 250 मरीजों की ओपीडी रहती है, लेकिन सोमवार को यह संख्या करीब दोगुनी रही। जिला अस्पताल प्रबंधन के अनुसार सोमवार को 400 से ज्यादा मरीज इलाज को पहुंचे। अस्पताल में मौजूद 20 चिकित्सकों में केवल एक अनुपस्थित रहे। बताया गया कि नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. चंदन मिश्रा प्रशिक्षण के लिए बाहर गए हैं।
परिसर में बेतरतीब खड़े वाहनों से दिक्कत: जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ और परिसर में बेतरतीब खड़े वाहनों के चलते भी मरीज और उनके तीमारदारों को असुविधा हुई। मरीजों को लेकर पहुंची एंबुलेंस को घुमाने में भी दिक्कतें उठानी पड़ी। हालांकि अस्पताल गेट पर चौकीदार वाहन को परिसर में ले जाने से रोकते भी दिखे।
होली के बाद सोमवार से अस्पतालों का कामकाज सामान्य हुआ है। आम दिनों की अपेक्षा ओपीडी में मरीजों की ज्यादा भीड़ रही। हालांकि कहीं अव्यवस्था जैसी बात नहीं रही।
डा. सुब्रत अरोड़ा, प्रभारी, सीएमएस, जिला अस्पताल, हरिद्वार