विश्व जल दिवस पर की प्राकृतिक जल स्रोतों की सफाई की
सेवा इंटरनेशनल एवं जीवन निर्माण एजुकेशन सोसायटी के संयुक्त सहयोग में विश्व जल दिवस के मौके पर ल्वारा में जल संरक्षण एवं संवर्द्धन को लेकर प्राकृतिक जल स्रोत पर स्वच्छता कार्यक्रम चलाया गया। साथ ही क्षेत्रीय लोगों को जल के प्रति जागरूक भी किया। वहीं डा.जैक्सवीन नेशनल स्कूल गुप्तकाशी में छात्रों को जल संरक्षण एवं संवर्धन की शपथ दिलाई गई।
गुप्तकाशी क्षेत्र के ल्वारा में आयोजित कार्यक्रम में महिला समूह की महिलाओं ने प्राकृतिक जल स्त्रोत पर स्वच्छता कार्यक्रम चलाया। इस दौरान महिलाओं को जल के प्रति जागरूक किया गया। ताकि भविष्य में होने वाले जल संकट से बचा जा सके। वहीं सेवा इंटरनेशनल के प्रवाह कार्यक्रम के तहत डा. जैक्सवीन नेशनल स्कूल गुप्तकाशी में छात्रों को भूजल के घटते स्तर एवं जल प्रदूषण के विषय में जागरूकता लाने के लिए संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने भाषण के माध्यम से जल की महत्ता पर जोर दिया। इस अवसर पर जीवन निर्माण एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन लखपत सिंह राणा ने कहा कि बच्चे ही जल संरक्षण की अलख जगा सकते है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां-जहां जल की बर्बादी होती हो, वहां जाकर लोगों को जल के प्रति जागरूक करें। भविष्य में पहाडों में भी जल की किल्लत होनी वाली है। इसलिए सभी को जल संरक्षण के लिए आगे आने की जरूरत है। प्लास्टिक एवं अन्य गंदगी को गदेरों में न फेंके। प्रवाह कार्यक्रम प्रभारी लोकेन्द्र बलोदी ने कहानी के माध्यम कहा कि यदि विद्यालय से एक छात्र भी जल संरक्षण के लिए आगे आता है, तो वह अन्य छात्रों के लिए मिशाल बन सकता है। धीरे-धीरे हम पहाड़ से ही जल प्रदूषण को रोकने में कामयाब हो सकते है। इस अवसर पर सेवा इंटरनेशनल के समन्वयक मनोज बेंजवाल, मनीष डिमरी, चन्द्रशेखर नौटियाल, आरके गोस्वामी, वंदना शुक्ला, शीला देवी, मोनिका देवी समेत कई लोग मौजूद थे।