क्षय रोग से छुटकारे को समय से पूरा इलाज जरूरी : प्रो. रावत
श्रीनगर गढ़वाल : श्रीनगर मेडिकल कालेज के प्राचार्य और कम्युनिटी मेडिसन विशेषज्ञ प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि समय पर जांच करवाकर और चिकित्सक की सलाह के अनुसार पूरा इलाज करवाने पर रोगी को क्षय रोग से पूरी तरह छुटकारा मिल जाता है।
विश्व क्षय रोग दिवस पर श्रीनगर मेडिकल कालेज के लेक्चर थिएटर में आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि क्षय रोगी द्वारा समय से और दवाइयां भी पूरी नहीं लेने पर ही सामान्य क्षय रोग भी भयावह प्रकार के एमडीआर एक्सडीआर जैसे क्षय रोग में बदल जाता है। उन्होंने कहा कि क्षय रोग को लेकर रोगी की लापरवाही अंतत: भारी पड़ती है। कहा कि क्षय रोग के इलाज को लेकर मेडिकल कालेज में पूर्ण सुविधा और जांच भी उपलब्ध है
तौर मुख्य वक्ता श्रीनगर मेडिकल कालेज के कम्युनिटी मेडिसन विभाग के सहायक प्रोफेसर डा. सुरेंद्र ने कहा कि विभिन्न स्क्रिप्चर में 3200 साल पुरानी इस क्षय रोग बीमारी का जिक्र मिलता है। 2020 में भारत में 26 लाख रोगी क्षय रोग से पीड़ित थे और चार लाख 93 हजार ने दम तोड़ा। डा. सुरेंद्र ने कहा कि समय से इलाज नहीं करने पर क्षय रोग लाइलाज बीमारी भी बन जाता है, जो मौत का कारण भी बनती है। पौड़ी जिले में लापरवाही के कारण ही क्षय रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है। पूरी दुनिया के क्षय रोगियों में से 30 प्रतिशत क्षय रोगी केवल भारत में ही हैं। डा. सुरेंद्र ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कालेज में भी दो नेट और सीबी नेट अतिआधुनिक मशीन से क्षय रोग की तुरंत जांच की सुविधा भी उपलब्ध है। डाट केंद्रों में इस रोग की दवाइयां निश्शुल्क मिलती हैं। श्रीनगर मेडिकल कालेज के एनेस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. अजयविक्रम, पैथोलाजी विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर डा. दीपा हटवाल, बायोकेमिस्ट्री विभाग के अध्यक्ष डा. कैलाश गैरोला, बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. व्यास कुमार राठौर और कम्युनिटी मेडिसन विभाग की फैकल्टी डा. मुकेश शुक्ला और डा. जानकी बड़थ्वाल भी इस कार्यक्रम में विशेष रूप से शामिल थे। मेडिकल छात्राओं ने भी इस कार्यक्रम में शामिल होकर विषय विशेषज्ञों से क्षय रोग के संदर्भ में सार्थक संवाद भी किया