किसानों के साथ मिलकर उत्पादन नीति सुनियोजित करने की आवश्यकता
पंतनगर। जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय व राज्य सरकार को किसानों के साथ मिलकर उत्पादन नीति को सुनियोजित करने की आवश्यकता है। यह बात बतौर मुख्य अतिथि विवि के कुलसचिव व कार्यवाहक कुलपति डॉ. एके शुक्ला ने पंतनगर में चल रहे 111वें किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी के समापन मौके पर कही।
गांधी हॉल में आयोजित समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. शुक्ला ने बताया कि किसान मेले में नौ कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से किसानों को जानकारी दी गई। उन्होंने मेले में आए छोटी जोत के कृषि यंत्रों की उपयोगिता की सराहना करते हुए कहा कि पहाड़ों पर कृषि को उद्यम के रूप में स्थापित करने में यह उपयोगी साबित होंगे। उन्होंने समारोह में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने से संचित ज्ञान को अपने सहयोगी किसानों के बीच साझा करने की जरूरत है।
इससे पूर्व निदेशक प्रसार शिक्षा व मेला प्रभारी डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि मेले में विवि के विभिन्न स्टॉलों से लगभग 20 लाख के बीज, पौधे व कृषि साहित्यों की बिक्री की गई है। मेले में विभिन्न फर्मों, विवि व अन्य सरकारी संस्थाओं के छोटे-बड़े लगभग 350 से अधिक स्टॉल लगाए गए थे। करीब 10 हजार पंजीकृत व अपंजीकृत किसानों ने मेले का भ्रमण किया। अंत में निदेशक शोध डॉ. एएस नैन ने सभी को धन्यवाद दिया। इस दौरान निदेशक संचार डॉ. एके बंसल, अधिष्ठाता मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय डॉ. आरएस चौहान, वैज्ञानिक, छात्र, स्टॉल स्वामी व सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।
मेले में किसान फर्टिलाइजर का स्टॉल सर्वोत्तम
पंतनगर। किसान मेले के समापन समारोह में मेले के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं और प्रदर्शन के आधार पर चयनित स्टॉलों को पुरस्कृत किया गया। इसमें सर्वोत्तम स्टॉल के लिए मैसर्स किसान फर्टीलाइजर्स एजेंसी काशीपुुर और सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिए मैसर्स मनराज एग्रो इंडस्ट्रीज गदरपुर को ट्रॉफी व प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।
उद्यान प्रदर्शनी में 34 पुरस्कार हासिल करने के लिए भूतपूर्व सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास पत्थरचट्टा को शील्ड व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। किसान मेले में पशु प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिताओं में विभिन्न स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को भी पुरस्कार दिए गए। मेले में लगाए गए स्टॉलों को भी उनके प्रदर्शन व बिक्री के आधार पर पुरस्कृत किया गया। निदेशक संचार एवं किसान मेला समन्वयक डॉ. एसके बंसल ने सभी स्टॉलधारकों का आभार जताया