उत्तराखंड के दो पयर्टन स्थलों पर पर्यटकों को मिलेगी नई सुविधा, जल्द हेली सेवा शुरू करने की तैयारी
देहरादून: उत्तराखंड के दो प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों मसूरी और नैनीताल के लिए देहरादून से हेली सेवा शुरू करने की तैयारी है। मसूरी के लिए हेली सेवा जौलीग्रांट एयरपोर्ट और नैनीताल के लिए हेली सेवा सहस्रधारा हेलीपैड से शुरू की जाएगी। नागरिक उड्डयन विभाग का प्रयास छह माह के भीतर ये हेली सेवाएं शुरू करने का है।
हेली सेवाओं के प्रति प्रदेशवासी और पर्यटक, दोनों ही दिखा रहे रुचि
प्रदेश में इस समय उड़ान योजना के तहत सात हवाई मार्गों पर हेली सेवाएं दी जा रही हैं। इनमें देहरादून से टिहरी, देहरादून से गौचर, देहरादून से श्रीनगर, टिहरी से श्रीनगर, सहस्रधारा से चिन्यालीसौड़, देहरादून से हल्द्वानी और पंतनगर से पिथौरागढ़ की हेली सेवा शामिल हैं। इन हेली सेवाओं के प्रति प्रदेशवासी और पर्यटक, दोनों ही रुचि दिखा रहे हैं।
दो अन्य हेली सेवाओं को शुरू किया जा रहा है
अब इस कड़ी में उड़ान योजना के तहत दो अन्य हेली सेवाओं को शुरू किया जा रहा है। दरअसल, अभी तक देहरादून से नैनीताल और देहरादून से मसूरी के लिए हेली सेवाएं नहीं हैं। मसूरी जाने के लिए पर्यटकों को सड़क मार्ग लेना होता है। पर्यटन सीजन के दौरान इस मार्ग पर जाम की स्थिति रहती है।
हेलीपैड बनाने के लिए जमीन का चयन
वहीं, नैनीताल जाने के लिए यात्रियों को पहले हेली सेवा के जरिये हल्द्वानी जाना पड़ता है और फिर सड़क मार्ग से नैनीताल पहुंचना होता है। यात्रियों को अब इन दोनों पर्यटन स्थलों पर सीधे हेली सेवा देने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसके लिए दोनों ही स्थानों पर हेलीपैड बनाने के लिए जमीन का चयन कर लिया गया है
13 स्थानों पर हेलीपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं
सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने कहा कि प्रदेश में उड़ान योजना के तहत हेली सेवा का दायरा बढ़ाया जा रहा है। इसके लिए 13 स्थानों पर हेलीपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं। हेली सेवा की वजह से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि विभाग का प्रयास अगले छह माह के भीतर दोनों ही स्थानों पर हेली सेवा शुरू करने का है।