एक हजार स्कूलों में शुरू होंगी स्मार्ट कक्षाएं : डा. रावत
श्रीनगर गढ़वाल: प्रदेश के बेसिक और माध्यमिक स्कूलों और उनकी शिक्षण व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन लाने को लेकर शिक्षा विभाग कार्ययोजना को अमलीजामा पहना रहा है। इसके लिए प्रदेश के शिक्षामंत्री डा. धन सिंह रावत ने 100 दिन का लक्ष्य भी रखा है। प्रदेश के हर स्कूल को चटाई मुक्त प्राथमिकता से किया जाएगा। प्राइमरी स्कूल से लेकर इंटर स्कूल स्तर तक हर विद्यालय को हर वर्ष पुस्तकालय के लिए धनराशि भी अब मिला करेगी।
प्रदेश के शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बच्चों की संख्या के आधार पर हर स्कूल में खेल मैदान की सुविधा के साथ ही खेल सामग्री भी उपलब्ध करवायी जाएगी। कोई भी स्कूल बिना भवन के नहीं होना चाहिए। जीर्णशीर्ण स्कूल भवन का जीर्णोद्धार भी प्राथमिकता से करने के निर्देश शिक्षामंत्री ने दिए। स्कूल में पानी, बिजली और छात्रों के लिए शत प्रतिशत फर्नीचर की सुविधा शिक्षामंत्री की शीर्ष प्राथमिकता भी है। जिन जिलों में आवासीय विद्यालय नहीं हैं उस हर जिले में एक आवासीय विद्यालय शिक्षा विभाग खोलने जा रहा है। जिससे निर्धन, मेधावी छात्रों को बेहतर और गुणवत्तापरक शिक्षा मिलेगी। प्रदेश के एक हजार स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं शुरू होंगी। इस कार्ययोजना को प्राथमिकता से अमल में लाया जा रहा है। श्रीनगर के साथ ही पौड़ी जिले के सतपुली, पौड़ी और कोटद्वार में भी रसोई गैस पाइप लाइन सुविधा उपलब्ध करवाने को लेकर उन्होंने केंद्रीय पैट्रोलियम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली से बीते दिवसीय दिल्ली में वार्ता की। उन्होंने कहा कि यह वार्ता बहुत सकारात्मक रही। प्रदेश के शिक्षामंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि स्कूलों में प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के रिक्त पद भी शीघ्र भरे जाएंगे।