हरियाणा ने रविवार को 12वीं राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप के फाइनल में तमिलनाडु को शूटआउट में 3-1 से हराकर 11 साल बाद खिताब जीत लिया। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं। इससे पहले हरियाणा ने 2011 में खिताब जीता था। कर्नाटक ने तीसरे से चौथे स्थान के लिए हुए क्वालिफिकेशन मैच में महाराष्ट्र को 4-3 से हराया।
दीपक ने हरियाणा को चौथे मिनट में बढ़त दिलाई थीलेकिन सरवन कुमार ने 10वें मिनट में तमिलनाडु को बराबरी दिला दी थी। शूटआउट में हरियाणा ने चार प्रयासों में तीन को भुना लिया जबकि तमिलनाडु ने पहले प्रयास में गोल करने के बाद तीन पेनाल्टी गंवा दी।
हरियाणा टीम के हेड कोच संदीप सांगवान ने कहा कि पूरे टूर्नामेंट में टीम ने बढ़िया प्रदर्शन किया। हालिया वर्षों में टीम के प्रदर्शन में सुधार आया है। उन्होंने कहा कि जब 2011 में हरियाणा ने पिछली बार खिताब जीता था, तब भी वह कोचिंग टीम में शामिल थे। तब गगनदीप सिंह टीम का सबसे छोटा खिलाड़ी था और आज वह टीम का नेतृत्व कर रहा है। इस जीत से जूनियर और सब जूनियर स्तर के खिलाड़ियों को बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।