नाट्य विधा के विभिन्न पक्षों में प्रशिक्षित हुए छात्र
श्रीनगर गढ़वाल: नाट्य कला में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए प्रोग्रेसिव कल्चरल एसोसिएशन आफ इंडिया (पीसीएआइ) ने श्रीनगर में दो दिवसीय नाट्य कार्यशाला का आयोजन किया । नाट्य कला में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं ने इन दो दिनों में नाट्य विधा के विभिन्न पक्षों का प्रशिक्षण लेते हुए अपने अभिनय को बेहतर बनाने का प्रयास भी किया।
भोर सोसाइटी रामनगर से आए प्रशिक्षकों ने नाटक का संजय रिखाड़ी के दिशा निर्देशन में प्रशिक्षण दिया। जिसमें वायस माड्यूलेशन, सिप्रोलाइजेशन, ब्लाकिग के साथ ही अभिनय के विभिन्न पक्षों को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दूसरे और अंतिम दिन सोमवार को म्यूजिक कंपोजिशन और थिएटर में संगीत के महत्व के बारे में बताया
पीसीएआइ की ओर से आयोजित दो दिवसीय नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए डा. मुकेश सेमवाल ने नाटकों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। डीएसओ छात्र संगठन की ओर से रंजना बड़थ्वाल ने कहा कि श्रीनगर में थिएटर को एक नए मुकाम तक ले जाने के प्रयास में यह प्रशिक्षण कार्यशाला एक सार्थक पहल भी है। उन्होंने ने कहा कि पीसीएआइ के तत्वावधान में छात्र अपने शानदार अभिनय से बेहतर जिदगी और बेहतर समाज को बनाने का भी प्रयास कर रहे हैं। पीसीएआइ उत्तराखंड के संयोजक कुलदीप रमोला ने कहा कि सांस्कृतिक थिएटर, ड्रामा, संगीत, कला, साहित्य के क्षेत्र में पीसीएआइ नई दिशा नई उमंग के साथ काम कर रहा है। शिक्षक जब्बा हुसैन के साथ ही डीएसओ छात्र संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रेशमा पंवार, रंजना, आदित्य, रश्मि, सुमन, मयंक, अभिषेक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।