अच्छी खबर: चंपावत को डेढ़ साल में मिलेगी पार्किंग
चंपावत। 25 साल बाद भी जिला मुख्यालय चंपावत पार्किंग सुविधा से दूर है लेकिन अब ये हालात बदलेंगे। अगले डेढ़ साल (नवंबर 2023) तक चंपावत को पहला पार्किंग स्थल मिल जाएगा। अब इस पार्किंग स्थल के निर्माण का काम शुरू हो गया है।
सितंबर 1997 में जिला बनने के बाद भी चंपावत पार्किंग स्थल जैसी जरूरी सुविधा से वंचित है। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित चंपावत के लोग और यहां आने वाले सैलानियों को कार और अन्य वाहनों को खड़ा करने की दिक्कत आती थी।
मजबूरन लोगों को सड़क किनारे वाहनों को खड़ा करना पड़ता है। इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए अक्तूबर 2019 को तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चंपावत में बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण करने का एलान किया था। पार्किंग की समस्या से निपटने के लिए जिला विकास प्राधिकरण के अनुमोदन के बाद टैक्सी स्टेंड के नजदीक सात नाली जगह पर 3.20 करोड़ रुपये की लागत से तीन मंजिल पार्किंग स्थल बनेगा। कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग के जेई प्रमोद वर्मा ने बताया कि 1.28 करोड़ रुपये मिलने के बाद अब इस तिमंजिले पार्किंग स्थल का काम शुरू कर दिया गया है। शुरुआत में जमीन को समतल किया जा रहा है। संवाद
चंपावत की इस बहुमंजिली पार्किंग स्थल में 48 कार और जीप खड़ी की जा सकेंगी। ग्रामीण निर्माण विभाग को इस काम को डेढ़ साल में पूरा करना होगा।
एससी द्विवेदी, एडीएम, चंपावत।
पार्किंग स्थल में बदली स्टेशन रोड और रोडवेज स्टेशन
चंपावत। पार्किंग स्थल की कमी चंपावत की सबसे प्रमुख नागरिक असुविधा है। इसके चलते यहां मोटर स्टेशन रोड में अक्सर वाहनों की अफरातफरी रहती है। इससे सामान्य यातायात बाधित होने के साथ नागरिकों को दिक्कत होती है। लोग भी सड़क के किनारे वाहन पार्क करने को मजबूर होते हैं। साथ ही रोडवेज स्टेशन में भी कार खड़ी करते हैं।