पंचायती राज दिवस पर ली जल संरक्षण की शपथ
अल्मोड़ा। पंचायती राज दिवस पर लोक प्रबंध विकास संस्था की ओर से इनाकोट भैंसोड़ी में पंचायती राज व्यवस्था संभावनाएं और चुनौतियां विषय पर गोष्ठी हुई। संस्था सचिव ईश्वरी दत्त जोशी ने कहा कि ग्राम स्वराज की अवधारणा को साकार करने में पंचायतों की भूमिका अहम है लेकिन आज पंचायतें योजनाओं की क्रियान्वयन इकाई मात्र बनकर रह गई हैं। उन्होंने पंचायतों की मजबूती के लिए 73वें संविधान संशोधन को प्रभावी तरीके से लागू करने की आवश्यकता बताई
राजेंद्र भोज ने पंचायत राज व्यवस्था के एतिहासिक परिदृश्य को रखते हुए उसके अब तक के सफर की जानकारी दी। प्रधान संगठन के पूर्व अध्यक्ष सुनील बाराकोटी ने पंचायत प्रतिनिधियों को जागरूक करने की बात कही। हड़ौली की प्रधान दीपक भाकुनी ने मनरेगा के कार्य दिवस को बढ़ाने की आवश्यकता और भुगतान समय पर किए जाने की बात कही। प्रधान बीना ज्योति आर्या ने महिला प्रधानों का कार्य उनके पतियों की ओर से किए जाने पर आपत्ति जताते हुए इसे विकास में बाधक बताया। पूर्व प्रधान गंगा पांडे ने ग्रामसभा में होने वाले सभी कार्यो को पंचायत के माध्यम से कराये जाने की वकालत की। पूर्व प्रधान तारा नगरकोटी ने पंचायत प्रतिनिधियों को अपने अधिकारों और जिम्मेदारी के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता बताई। संसाधन पंचायत की रेखा नगरकोटी ने संगठन के माध्यम से किए गठए प्रयासों को रखा। इस मौके पर वार्ड सदस्य रेवती भंडारी, संसाधन पंचायत बीना की चंपा मेहता, वन पंचायत सरपंच संगठन के अध्यक्ष डूंगर सिंह भाकुनी ने विचार रखे। इधर, नेहरू युवा केंद्र की ओर से तोली (धौलादेवी) में पंचायती राज दिवस मनाया गया। वहां पर दिवाकर भाटी, बीडीओ सुंदर सिंह दरियाल, प्रधान गोपाल दत्त पांडे, महेंद्र महरा, भगत सिंह आदि थे।