शिक्षा विभाग में अब हर माह सुनी जाएंगी समस्याएं
हल्द्वानी शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्यों, शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सेवा संबंधित व अन्य समस्याओं का समाधान अब शिकायत निवारण प्रकोष्ठ के माध्यम से होगा। विकासखंड, जिला, मंडल और राज्य स्तर के इस प्रकोष्ठ में शामिल अफसर हर माह के अंतिम शनिवार को कार्मिकों की समस्याओं का समाधान करेंगे। हालांकि ये प्रकोष्ठ तबादलों के मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकेंगे।
विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उन्होंने बताया है कि विद्यालयी शिक्षा के तहत कार्यरत अधिकारियों, प्रधानाचार्य/ प्रधानाध्यापक, शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मियों के सेवा संबंधी प्रकरणों के निस्तारण को लेकर पूर्व में शासन ने विकासखंड, जिला, मंडल और राज्य स्तरीय अधिकारियों को कार्य व दायित्वों का आवंटन किया है। जिसके क्रम में चार स्तर पर ‘शिकायत निवारण प्रकोष्ठ गठित किए जा रहे हैं। विकासखंड स्तर के प्रकोष्ठ में बीईओ, डिप्टी बीईओ, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, वित्तीय/लेखा सहायक शामिल होंगे। जिला स्तरीय प्रकोष्ठ में सीईओ, डीईओ (माध्यमिक), डीईओ (बेसिक), वित्त अधिकारी व मंडल स्तरीय प्रकोष्ठ में एडी माध्यमिक, एडी बेसिक, वित्त अधिकारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे। जबकि, राज्य स्तरीय शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में माध्यमिक शिक्षा निदेशक, बेसिक शिक्षा निदेशक, वित्त नियंत्रक और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रहेंगे। प्रकोष्ठों द्वारा प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को शाम 3 बजे से सेवा संबंधी, प्रशासनिक प्रकरण, वैयक्तिक प्रकरण, असंतोष के कारण विषय के प्रत्यावेदनों पर विचार कर सक्षम अधिकारी से समाधान कराया जाएगा। प्रकोष्ठ में नामित मुख्य प्रशासनिक अधिकारी द्वारा प्रकोष्ठ के सदस्य के रूप में कार्य करते हुए पंजिका बनाना, अभिलेख रखना, शिकायत प्रकोष्ठ की बैठक का आयोजन व कार्रवाई का लेखा-जोखा रखा जाएगा