जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग व नैनीताल को कायाकल्प अवार्ड
देहरादून : जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग व बीडी पाडे राजकीय चिकित्सालय नैनीताल को संयुक्त रूप में वर्ष 2021 के उत्तम चिकित्सालय कायाकल्प अवार्ड (प्रथम पुरस्कार) से सम्मानित किया गया। दोनों अस्पतालों को 25-25 लाख का चेक प्रदान किया गया। इसी क्रम में प्रदेश की 94 चिकित्सा इकाइयों को अलग-अलग श्रेणियों में कायाकल्प सम्मान प्रदान किया गया। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने रविवार को सुभाष रोड स्थित एक होटल में आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए अस्पतालों को पुरस्कार राशि का चेक व प्रमाण पत्र प्रदान किया
उप जिला चिकित्सालय रुड़की को अपनी श्रेणी में प्रथम व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धौलादेवी व गरमपानी को द्वितीय स्थान के लिए सम्मानित किया गया। इन चिकित्सालयों को क्रमश: 15 लाख रुपए व पाच-पाच लाख रुपए के चेक प्रदान किए गए। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उत्तराखंड में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण प्रथाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में कायाकल्प अवार्ड शुरू किया गया था। इस पहल से सूबे में मातृ-शिशु मृत्युदर में कमी आने के साथ ही रोगियों के अस्पताल में रहने की अवधि और अस्पताल से उत्पन्न संक्रमण की दर में कमी आई है। यही नहीं इस कार्यक्रम से प्रदेश के अस्पतालों के मध्य एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा हुई, जिसका लाभ यहा आने वाले मरीजों को मिला है। कहा कि आगामी दो वर्ष के भीतर राज्य के सभी राजकीय चिकित्सालय क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया के निर्धारित मापदंडों को पूरा करते हुए नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फार हास्पिटल्स एंड हेल्थ केयर (एनएबीएच) मान्यता के लिए आवेदन करेंगे। प्रथम चरण में जिला एवं उप जिला अस्पतालों को एनएबीएच मान्यता प्राप्त करने के लिए मानकों को पूरा करने को कहा गया है।
विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक खजानदास ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में पैरामेडिकल व टेक्नीशियनों की आवश्यकतानुसार तैनाती की जानी चाहिए, ताकि मरीजों को सभी प्रकार की सुविधाएं मिल सके। स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने कहा कि कायाकल्प जागरुकता के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को राज्य एवं जिला स्तर पर नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि स्वास्थ्य कार्मिकों के मध्य सकारात्मक व्यवहार स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी जन औषधि केंद्रों को और बेहतर ढंग से संचालित करने, दवाओं का पर्याप्त भंडारण के साथ ही नियमित निगरानी करें। इस मौके पर स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलजा भट्ट, निदेशक डा. विनीता शाह, डा. सरोज नैथानी, डा. मीतू शाह समेत सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।