पैरामेडिकल कोर्स की मान्यता के लिए काउंसिल का निरीक्षण
राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में संचालित हो रहे पैरामेडिकल कोर्स की मान्यता के लिए उत्तराखंड पैरामेडिकल काउंसिल की टीम ने निरीक्षण किया। टीम ने संस्थान में पाठ्यक्रमों के लिहाज से उपलब्ध संसाधनों को परखा। मान्यता मिलने के बाद यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राएं कोर्स पूर्ण होने के बाद काउंसिल में पंजीकरण करवा पाएंगे, जिससे वह सरकारी चिकित्सा संस्थानों में कार्य कर सकेंगे या फिर अपनी लैब खोलने का रास्ता साफ होगा।
वर्ष 2018 में प्रदेश सरकार ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को पैरामेडिकल कोर्स शुरू करने की अनुमति दी थी। एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय ने वर्ष 2020-21 से विषयों में बीएससी की अनुमति दे दी। इसके बाद मार्च 2021 से बीओटी (बैचलर इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी), बीएमएलटी (बैचलर इन मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी) और बीएमआरआईटी (बैचलर इन मेडिकल रेडियो इमेजिंग टेक्नोलॉजी) की कक्षाएं शुरू हो गईं। वर्तमान में पहले बैच की परीक्षाएं चल रही हैं, जबकि दूसरे बैच की कक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं, लेकिन अभी उत्तराखंड पैरामेडिकल काउंसिल की मान्यता मिलनी बाकी है। इसे देखते हुए काउंसिल की ओर से महेंद्र भंडारी और मयंक राणा ने कॉलेज का निरीक्षण किया। पैरामेडिकल कोर्स कोआर्डिनेटर डॉ. सुरेंद्र सिंह और डॉ. मुकेश शुक्ला सहित अन्य अधिकारियों ने दोनों सदस्यों को क्लास रूम, विभिन्न विषयों की लैब सहित विभागों का निरीक्षण करवाते हुए जानकारी दी। इस मौके पर प्रभारी प्राचार्य प्रो. दीपा हटवाल ने टीम को पैरामेडिकल कोर्स में छात्र संख्या व फैकल्टी सहित अन्य जानकारियां दीं।